बराक घाटी को मिल गया अपना राइस ब्रांड
असम के मंत्री कौशिक राय ने ‘प्रेसाइज एग्रो मिल्स एंड स्पेस एलएलपी’ नामक राइस मिल का भव्य उद्घाटन किया। मंच पर उधारबंद के विधायक मिहिर कांति सोम, सिलचर के दीपायन चक्रवर्ती, कछार जिले के आयुक्त मृदुल यादव और झंवरलाल कुमट के अलावा मिल के तीन पार्टनर प्रमोद शर्मा, दीपक राय, मनीष कुमार कुमट की उपस्थिति रही।
उधारबंद विधानसभा क्षेत्र में तृतीय दुर्गानगर इलाके (महासड़क पर) में बने इस मिल को खुल जाने से क्षेत्र के किसानों को काफी सहूलियत होगी। धान की पैदावावर बाद निकाले गए चावल को व्यापार मिलेगा। कहा गया, इस राइस मिल के खुल जाने से क्षेत्र के किसानों को काफी फायदा होगा। राइस मिल में काफी तेजी से किसानों का धान चावल बन कर निकलेगा, जिससे किसानों को फायदा होने के साथ बाहरी राज्यों से आ रहे चावल पर निर्भरता में कमी आएगी। मंत्री कौशिक राय अपने संबोधन में कहा कि यह आधुनिक चावल मिल स्थानीय किसानों को कुशल प्रसंस्करण के साथ समर्थन देकर और खाद्य सुरक्षा में योगदान देकर क्षेत्र की कृषि-औद्योगिक क्षमता को बढ़ाने के लिए तैयार है।
इस सुविधा से रोजगार के अवसर पैदा होने और कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे क्षेत्र में सतत विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। मंत्री राय ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व असम में औद्योगिक विकास, कृषि सशक्तिकरण और आर्थिक प्रगति को प्रेरित करता रहता है। सरकारी सब्सिडी योजना द्वारा समर्थित सीएमआर प्रसंस्करण सुविधा के साथ प्रेसाइज़ एग्रो मिल्स एंड स्पेस एलएलपी के खुलने से किसानों के हित में मुख्यमंत्री के सपने को सार्थक किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के प्रत्येक जिले में एक आधुनिक व मॉडर्न राइस मिल खोलने के विचार धरातल पर क्रियान्वित हो रहा। मिल स्थापित करने के लिए उनकी सरकार सब्सिडी भी दे रही। मंत्री ने क्षेत्र के विकास के संबंध में कई महत्वपूर्ण बातों को रखा। विधायक सोम और चक्रवर्ती सहित जिला आयुक्त ने मिल खुलने और अन्य आवश्यक विषयों को लेकर संबोधित किया।
प्रमोद शर्मा ने स्थापित मिल, उसके उदेश्य और आगामी लक्ष्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य किसानों का आय दोगुना करना है। वह चाहते है कि स्थानीय धान से निकाले गए चावल को बाजार मिले, ताकि किसानों के मेहनत को न्याय मिल सके। मिल में गुणवत्ता वाले चावल के पैकेजिंग कर बाजार में उतारा जाएगा। एफसीआई से आए धान से भी चावल निकाले जाएंगे, जो वितरण के लिए आवंटित होंगे। कई ब्रांड लांच किए हैं। मधुमेह रोगियों के रोगियों को ध्यान में रखते हुए कालीजीरा राइस का भी लांच किया। उचित दर में ही मिलेगा। अन्य राज्यों की तर्ज पर बेस्ट क्वालिटी राइस पर ध्यान दिया गया है। लबन्या चावल भी सस्ते दर पर मुहैया होगी।
उनका विजन है कि क्षेत्र में अग्रणी चावल मिल बनना, जो उच्च गुणवत्ता वाले चावल उत्पादों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हो, साथ ही स्थिरता और ग्राहक संतुष्टि के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखे। मिशन में क्षेत्र के ग्राहकों को बेहतर गुणवत्ता वाले चावल उत्पादों को संसाधित करना और वितरित करना, साथ ही किसानों को धान का उचित मूल्य सुनिश्चित करना, कालीजीरा, बीरेन और लाबन्या जैसे स्थानीय प्रीमियम चावल का प्रचार और ब्रांडिंग करना शामिल है।
मिल के लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, गुणवत्ता उत्कृष्टता में हमारे सभी चावल उत्पादों में गुणवत्ता का उच्च मानक बनाए रखना, ग्राहक संतुष्टि: 95 प्रतिशत या उससे अधिक की ग्राहक संतुष्टि रेटिंग प्राप्त करने, परिचालन दक्षता में अपशिष्ट को कम करने, उत्पादकता बढ़ाने और भूसी से ईंट, चोकर से पशु चारा आदि जैसे उप-उत्पादों में मूल्य संवर्धन के लिए मिलिंग प्रक्रियाओं का अनुकूलन करने, पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को लागू कर और हमारे कार्बन पदचिह्न को कम करने और 100 प्रतिशत पत्थर मुक्त रंगहीन चावल प्रदान करके सरकारी मिलिंग सीएमआर चावल में नए गुणवत्ता मानक बनाएगी। इस दौरान मूलचंद वैद, कमलेश सिंह, सुकेश सिंह, दिनेश गुप्ता, सुशील सिंह, संजय ठाकुर सहित तमाम गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी रही।
योगेश दुबे