राज्य में शांति बहाली और सभी लोगों के एकीकरण का प्रतीक
कोकराझार: असम में पहली बार विधानसभा का सत्र गुवाहाटी के बाहर आयोजित किया जाएगा, जिसमें कोकराझार में सोमवार को बजट सत्र की पहली बैठक होगी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि यह राज्य में शांति बहाली और सभी लोगों के एकीकरण का प्रतीक है। कोकराझार, जो कभी बोडोलैंड आंदोलन का केंद्र था, एक दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र की मेजबानी करेगा।”
मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि बजट सत्र के पहले दिन परंपरागत रूप से दिया जाने वाला राज्यपाल का अभिभाषण एक प्रमुख आकर्षण होगा। शर्मा ने कहा कि बैठक का एक प्रमुख एजेंडा छठी अनुसूची में शामिल क्षेत्रों के प्रशासन को मजबूत बनाना भी होगा। डॉ. शर्मा ने कहा, “यह क्षण मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण क्षण है।” उन्होंने समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष बैठक के बारे में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “केंद्र और असम दोनों की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकारें बोडो समुदाय को सशक्त बनाने और बोडो आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। ये प्रयास और अधिक जोश के साथ जारी रहेंगे।” उन्होंने कोकराझार की अपनी यात्रा को भी याद किया और कहा कि वहां उन्होंने जीवंत बोडो संस्कृति देखी।
जबकि शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बोडोलैंड के लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “यह हमारे बोडो बहनों-भाइयों के विकास में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” बजट सत्र का शेष भाग गुवाहाटी में स्थायी विधानसभा भवन में आयोजित किया जाएगा। सत्र 25 मार्च तक चलेगा और वित्त मंत्री अजंता नियोग 10 मार्च को वार्षिक बजट पेश करेंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ’17 फरवरी को असम ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल करेगा, क्योंकि कोकराझार, जो कभी बोडोलैंड आंदोलन का केंद्र था, एक दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र आयोजित करेगा। मुख्य एजेंडा छठी अनुसूची क्षेत्रों के प्रशासन को मजबूत करना होगा, जिसमें राज्यपाल का अभिभाषण एक प्रमुख आकर्षण होगा।’ उन्होंने कहा, यह प्रधानमंत्री के असम के प्रति अटूट प्रेम और गृह मंत्री के मार्गदर्शन से संभव हुआ है। उनका नेतृत्व शांति, स्थिरता और प्रगति की ओर उनकी यात्रा को आगे बढ़ाता रहेगा। (भाषा)