मुख्य आरोपी एवं सहयोगी सदस्य
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर – ए – तैयबा ( एलईटी ) के सदस्य के रूप में परिचय बताकर जबरन धन उगाही में लिप्त मुख्य आरोपी सहित चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है। दो कछार और 2 मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले से धरे गए हैं।
कछार जिले पुलिस पुलिस अधीक्षक नुमाल महत्ता ने बताया कि लश्कर – ए – तैयबा का सदस्य बताकर एक सड़क निर्माण कंपनी से दस करोड़ की रकम मांग करने वालों को गिरफ्तार किया गया है।
घटना कछार जिले का है। पुलिस अध्यक्षक नुमाल महत्ता ने बताया कि गत 21 फ़रवरी को रात 9:30 बजे हाईवे निर्माण कार्य में लगी झंडू इन्फ्राटेक लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया। सिम नंबर 6900461815 था । वह स्वयं को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य बताते हुए कंपनी के कर्मचारी से 10 (दस) करोड़ रुपये की मांग की । निर्धारित समय पर रकम न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। इसकी सूचना मिलने पर कछार पुलिस ने काटीगोरा पुलिस स्टेशन केस संख्या 10/2025 धारा 308(2)/351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच की।
पुलिस ने पहले मुख्य आरोपी के दो साथियों को कलाइन इलाके से गिरफ्तार किया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद अलेकुद्दीन (25 ) और अजिरुद्दीन उर्फ अमीरुद्दीन को पकड़ा गया। ये गुमराह माकनपुर खेलमा पार्ट-1 काटीगोरा, के निवासी है। मेघालय पुलिस की मदद से मुख्य आरोपी बख्तार हुसैन को, गांव-सुंदोरी द्वितीय खंड, कचुधरम निवासी, उसके एक अन्य सहयोगी समसीर उद्दीन बरभुइया के साथ ईस्ट जयंतिया हिल्स के रिंबाई गांव से गिरफ्तार किया गया। कछार पुलिस सिम के साथ उस मोबाइल हैंडसेट को जब्त किया, जिससे फोन कर दस करोड़ की मांग की गई थी।
आगे की जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कुछ अन्य लोग भी इसमें लिप्त है, उनकी तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक किसी आतंकवादी गुट से जुड़े नहीं है, लेकिन लश्कर -ए – तैयबा के नाम पर जबरन धन उगाही में लिप्त हैं। ये विभिन्न तरह के आपराधिक घटनाओं से जुड़े हैं। मेघालय में भी उनके खिलाफ अपराधिक मामले है। पुलिस उनके खिलाफ कड़ी कारवाई करेगी।