बांग्लादेशी नागरिकों की तस्वीर।
असम के करीमगंज जिले में अंतर्राष्ट्रीय भारत – बांग्लादेश सीमा पर दो बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ़्तारी हुई है। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि करीमगंज जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बांग्लादेश के दो नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें वापस उनके देश भेज दिया गया है।
शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों को पकड़ने के एक और सफल अभियान के तहत करीमगंज में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास दो बांग्लादेशियों को पकड़ लिया गया और उन्हें सीमा पार वापस भेज दिया गया है। असम के करीमगंज, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले बांग्लादेश के साथ देश की 267.5 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं।
पूर्वोत्तर में कुल तीन एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) है, जिसमें करीमगंज के सुतारकांदी में एक और अन्य दो मेघालय के डावकी तथा त्रिपुरा के अखौरा में हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि विदेशी नागरिकों की पहचान कबीर सिखधर और मोहम्मद सलीम के रूप में हुई है। असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जी. पी. सिंह ने पहले कहा था कि राज्य पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) गैर-भारतीयों द्वारा बांग्लादेश से अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
हालांकि, उन्होंने कहा कि सभी पासपोर्ट धारक भारतीयों को संकटग्रस्त बांग्लादेश से राज्य के प्रवेश द्वार से लौटने की अनुमति दी जाएगी। ज्ञातव्य हो कि एक ओर जहां राज्य पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही, तो वहीं बीएसएफ के जवान सीमा पर पूरी मुस्तैदी के साथ निगरानी कर रही है।