कॉलेज में विज्ञान शाखा खुलना सराहनीय तथा शैक्षणिक विकास : दरसिंग रंग्हांग
असम के पहाड़ी जिला कार्बी आंग्लोंग के डकमका में सन 1984 ई. स्थापित थंग नकबे कॉलेज में धूमधाम से काॅलेज का 40वां स्थापना दिवस मनाने के साथ तथा नवागत स्वागत सभा का आयोजन किया गया। तय कार्यक्रम अनुसार काॅलेज के प्रिंसिपल डाॅ.धनजय नार्जारी की उपस्थिति में गवर्निंग बॉडी के चेयरमेन व हावराघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक दरसिंग रंग्हांग ने ध्वजारोहण किय।
उन्होंने कॉलेज की स्थापना में अहम भूमिका निभाने वालों की सराहना की। थंग नकबे कॉलेज के ऐतिहासिक चालीस वर्ष पूरा करने पर बधाई दी। ज्ञात हो कि उक्त झंडा उत्तोलन कार्यसूची का संचालन कॉलेज के इतिहास विभाग के सहायक प्रो. व विभागाध्यक्ष बाब्लु बसुमतारी द्वारा किया गया। कॉलेज में हायर सेकेंडरी प्रथम वर्ष और बीए प्रथम सेमेस्टर सत्र (कला शाखा व विज्ञान शाखा) 2024-25 के तहत दाखिला लिए छात्र-छात्राओं के औपचारिक स्वागत हेतु एक नवागत स्वागत सभा का आयोजन किया गया।
नवागत स्वागत सभा का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक दरसिंग रंग्हांग के द्वारा दीप प्रज्वलित कर हुआ। इस मौके पर परंपरागत काॅलेज गीत गायन हुआ । नवागत स्वागत सभा की अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल डाॅ.धनजय नार्जारी ने की। जबकि सभा कार्यसूची संचालन, अतिथियों का परिचय पर्व व स्वागत काॅलेज के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष सहायक प्रो. बाब्लु बसुमतारी द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित कॉलेज के गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन व विधायक दरसिंग रंग्हांग, थंग नकबे काॅलेज गवर्निंग बॉडी के कार्यकारी सदस्य व फिल्मकार धनीराम तिसो, सामुवेल रंग्हांग, सहित अन्य विभागों के शिक्षक- शिक्षिकाएं आदि की उपस्थिति रही। सभा दौरान सबसे पहले कॉलेज के प्रिंसिपल डाॅ.धनजय नार्जारी ने स्वागत भाषण रखा।
काॅलेज के शिक्षक वर्ग की तरफ से राजनीतिक विभाग के सहायक प्रो. व विभागाध्यक्ष डॉ. लुत्फुर रहमान चौधरी द्वारा नवागत छात्र-छात्राओ को उद्देश्यों प्रकाश डाला। स्थानीय समाजसेवी व फिल्मकार धनीराम तिसो ने अपने सारगर्भित भाषण दौरान कई महत्वपूर्ण बातें रखते हुए थंग नकबे कॉलेज के इतिहास काल पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 1984 ई. में जब कालेज की स्थापना की गई तब काॅलेज की स्थिति बहुत ही दयनीय थी।
कुछ ही विद्यार्थियों को नाइट शिफ्ट में तब डकमका में बिजली की व्यवस्था न होने के कारण मोमबत्ती जलाकर क्लास की शुरुआत की गई थी। कुछ स्थानीय समाजसेवी व शिक्षकों के महत्वपूर्ण त्याग व योगदान के बल यहां तक सफर तय किया है। कॉलेज आज जिले का नमी कॉलेज बन गया है।
मुख्य अतिथि विधायक दरसिंग रंग्हांग ने अपने संबोधन दौरान छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के प्रति विशेष ध्यान देने की बात दोहराते हुए कहा कि उक्क वृहतर डकमका, बकुलिया,हेवराघाट, सामेलाग्सो, लांग्हिन आदि क्षेत्रों के हायर सेकेंडरी विज्ञान शाखा से पास किए, विशेषकर गरीब छात्र अब बीएससी की शिक्षा थंग नकबे कॉलेज में पा रहे हैं, जो एक सराहनीय शैक्षणिक विकास कह सकते है।
सभा दौरान हाल ही में बीए फाइनल परीक्षा पास किए सभी विद्यार्थियों को असमिया फुलाम गमछा, प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।वही बीए फाइनल परीक्षा शिक्षा शास्त्र से ऑनर्स में बेहतरीन अंकों से पास करने वाली छात्रा जानकी कुमारी को ईयर ऑफ स्टूडेंट के रूप में सम्मानित किया गया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में कॉलेज के प्रिंसिपल डाॅ.धनजय नार्जारी ने नए छात्रों से मन लगाकर पढ़ने, अनुशासन बनाए रखने और कॉलेज में सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों में भाग लेने का आग्रह किया। नवागत सभा दौरान कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कार्बी, बोडो, नेपाली,हिन्दी आदि गीत व नृत्य आधारित विभिन्न लोक गीत पेश कर लोगों का मन मुग्ध किया।
उर्मिला चौहान