Wednesday, January 15, 2025

डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के मंत्रिमंडल का विस्तार 7 दिसंबर को, कौशिक राय और कृष्णेंदु पाल सहित चार नए चेहरे को मिलेगा मंत्री पद का तोहफा

डॉ. हिमंत विश्व शर्मा कैबिनेट में उपरोक्त विधायकों को किया जाएगा शामिल

बराक घाटी में ख़ुशी की लहर

डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के मंत्रिमंडल में बराक घाटी से लखीपुर विधायक कौशिक राय और पाथरकांदी के विधायक कृष्णेंदु पाल को मंत्री पद का तोहफा मिलने जा रहा है। कुल चार विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। इसके पहले बराक घाटी से परिमल शुक्लवैद मंत्री थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें सिलचर सीट से चुनाव लड़ाया और जीता। तब से यही कयास लगाए जा रहे थे बराक घाटी से किस चेहरे को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। राजनीतिक जानकारों में यही अंदेशा लगाया जा रहा था, हिमंत विश्व शर्मा मंत्रिमंडल विस्तार जब भी होगा बराक घाटी से संभवतः किसी एक विधायक को मंत्री पद से नवाजा जा सकता है।

पाथरकांदी से विधायक कृष्णेंदु पाल और लखीपुर विधायक कौशिक राय का नाम प्रमुख चर्चा में था। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री ने ऐलान किया, तो बराक घाटी को दो मंत्री मिलने जा रहा। मुख्यमंत्री की इस गणित को वर्ष 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है।

फिलहाल मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह सात दिसंबर को चार मंत्रियों को शामिल करके मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि निम्नलिखित सहयोगी सात दिसंबर को दोपहर 12 बजे हमारे मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।’ डॉ. शर्मा ने कहा, ‘इन सहयोगियों में प्रशांत फूकन, कौशिक राय, कृष्णेंदु पॉल, रूपेश ग्वाला शामिल हैं। सभी को मेरी ओर से शुभकामनाएं! ये सभी भाजपा के विधायक हैं। नए मंत्रियों के नामों को लेकर चल रही गहन चर्चा बाद मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सरकार के नए मंत्रियों के नामों की घोषणा की।

घोषणा के मुताबिक वरिष्ठ विधायक प्रशांत फुकन, कौशिक रॉय, कृष्णेंदु पाल और रूपेश ग्वाला मंत्री पद की शपथ लेंगे। इसी क्रम में मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता साफ करते हुए, असम के श्रम और चाय जनजाति कल्याण मंत्री संजय किशन ने गुरुवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. किशन को दिल्ली बुलाया गया था। बता दें कि प्रशांत फुकन डिब्रूगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

जबकि रूपेश ग्वाला दुमदुमा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। ग्वाला चाय जनजाति समुदाय से आते हैं। बराक घाटी में कौशिक राय और कृष्णेंदु पाल का भी बहुत प्रभाव है। कौशिक राय हिन्दीभाषी नेता के तौर पर जाने जाते है पर उनकी पकड़ सभी मतदाताओं में है। कृष्णेंदु पाल बंगाली समुदाय से है, लेकिन हिन्दीभाषी एवं चाय जनसमुदाय में गहरी पैठ है। यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि असम में मंत्रिपरिषद का आकार मुख्यमंत्री सहित 18 होना चाहिए। इधर बराक घाटी में ख़ुशी की लहर है।

योगेश दुबे

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