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असम कांग्रेस ने भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के पक्ष में पंचायत चुनाव परिणामों में “जबरन हेरफेर” करने के इरादे से मतगणना अधिकारियों के कामकाज को “बाधित करने, डराने और धमकाने” के कथित प्रयासों के बारे में शुक्रवार को चिंता जताई।
इसने राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) से स्वतंत्र और निष्पक्ष मतगणना के लिए अन्य उपायों के अलावा, “मतगणना के संवेदनशील स्थानों” पर पर्याप्त केंद्रीय बलों की तैनाती करने और सभी मतगणना कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का अनुरोध किया। पंचायत चुनाव दो चरणों में दो और सात मई को हुए थे तथा मतों की गिनती 11 मई को होगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने यहां एसईसी को एक ज्ञापन सौंपने के बाद कहा, “चुनाव प्रक्रिया के दौरान हमने देखा है कि भाजपा के सांसद, विधायक और मंत्री धनबल और बाहुबल का प्रदर्शन करते रहे हैं। हमें डर है कि वे नतीजों को अपने पक्ष में करने के लिए ऐसी रणनीति अपना सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “हमने राज्य निर्वाचन आयुक्त से संपर्क किया है और उनसे पारदर्शी मतगणना के लिए पर्याप्त कदम उठाने का आग्रह किया है।” एसईसी आलोक कुमार को सौंपे ज्ञापन में विपक्षी दल ने मतगणना प्रक्रिया में “गुंडागर्दी और परिणाम से जबरन छेड़छाड़” की आशंका व्यक्त की।
पार्टी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने दूसरे चरण के मतदान के दौरान बूथों पर कब्जा करने और मतपत्र छीनने का प्रयास किया, जिसमें अक्सर स्थानीय पुलिस की मदद भी मिली।
कांग्रेस ने कहा कि “सत्तारूढ़ पार्टी के गुंडे मतगणना कक्ष में घुसपैठ करने, मतगणना अधिकारियों को डराने और धमकाने का प्रयास कर सकते हैं, जिसका उद्देश्य चुनाव परिणामों में जबरदस्ती हेरफेर करना है।” ज्ञापन में कहा गया है, “उपर्युक्त को ध्यान में रखते हुए कृपया मतगणना के संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त केंद्रीय बलों की तैनाती सुनिश्चित करने की व्यवस्था करें।” भाषा