सिलचर में आयोजित मशाल रैली।
बराक वासियों से आंदोलन में जुड़ने का आह्वान
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ ‘सनातनी ऐक्य मंच’, दक्षिण असम प्रांत द्वारा सिलचर शहर में मशाल रैली निकाली गई। बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हुए। बांग्लादेश की मौजूदा सरकार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के पुतले फूंके गए। बांग्लादेश मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। आंदोलन को जनसमर्थन मिला। मशाल रैली के दौरान सिलचर की सड़कों पर जनसमुद्र दिखाई दिया।
सिलचर सर्किट हाउस के पास से निकली मशाल रैली शहर के प्रेमतला बिग बाजार के सामने आकर समाप्त हुआ। विभिन्न भगवा, हिंदूवादी संगठनों, क्लबों और गणमान्य व्यक्तियों ने बढ़चढ़ मशाल रैली में भाग लिया। मठ, मंदिरों के संतों की भी मौजूदगी रही। बजरंग दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित युवा वर्ग और महिलाओं की भागीदारी भी दिखाई दी। बांग्लादेश में मौजूदा हालातों पर दुख जताया। हिन्दुओं के खिलाफ अमानवीय अत्यचार और महंत चिन्मय कृष्ण दास महाराज की गिरफ़्तारी से लोग बेहद गुस्से में है।
हिन्दुओं की रक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की। वहीं एक दिसंबर को बांग्लादेश चलो आंदोलन तय है। श्रीभूमि जिले के सुतरकांदी में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेश चलो आंदोलन प्रस्तावित है। अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पहुंचने वाले लोग बांग्लादेश की तरफ कूच करेंगे। मंच ने सुतरकांदी में एक लाख भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। कछार, हैलाकांदी और श्रीभूमि जिले से बड़ी संख्या में लोग इस आंदोलन में सम्मिलित हो सके उसके लिए आह्वान किया गया। आंदोलन को किस प्रकार सफल किया जा सके इस संबंध में गत कल विशेष सभा की गई गई थी।