पहलगाम आतंकी हमले में जान गवाने वाले शुभम द्विवेदी के परिवार के लोगों से असम सरकार के मंत्री रंजीत कुमार दास ने मुलाकात की। मंत्री ने परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया।
पहलगाम में पिछले महीने 22 तारीख को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को गहरा घाव दिया है। इस आतंकवादियों ने आतंकी हमले में कई बेगुनाहों को मौत की नींद सुला दिया। जान गंवाने वालों में उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी का नाम भी शामिल था।
आज असम सरकार के मंत्री रंजीत कुमार दास ने शुभम के घर पहुंचकर उनके परिवार वालों से मुलाकात की। मंत्री रंजीत कुमार दास ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया और परिवार को 5 ( पांच ) लाख का चेक सौंपा।
असम के मंत्री रंजीत कुमार दास ने इस मुलाकात को लेकर एक्स पर लिखा-“उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्वर्गीय शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की, जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में दुखद रूप से अपनी जान गंवा दी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा और असम के लोगों की ओर से मैंने हार्दिक संवेदना व्यक्त की और हमारी एकजुटता के प्रतीक के रूप में 5 लाख का चेक सौंपा। असम इस अपूरणीय क्षति की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ खड़ा है। राष्ट्र के लिए उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”
पहलगाम आतंकी हमले में जान गवाने वाले शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने मंत्री रंजीत कुमार दास के दौरे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने कहा, “वे शुभम को श्रद्धांजलि देने और हमारे परिवार को भावनात्मक समर्थन देने के लिए यहां आए थे। उन्होंने हमारे साथ बहुत अच्छी तरह से बात की और हमारे परिवार की मदद भी की। मैं इसके लिए उनका धन्यवाद करती हूं।”
गौरतलब है कि बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने सैलानियों को चुन-चुन कर गोली मारी थी और मौत के घाट उतारा था। इस हमले में कई परिवार के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पूरे देश गुस्सा था। पूरा देश इस मामले में सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई करते हुए पीओके और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था।
भारतीय सेना की इस कार्रवाई में कई आतंकी मिट्टी में मिलाए गए थे। ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के रिहायशी इलाकों का टारगेट कर हमला किया। हालांकि भारतीय सेना पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।
असम सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के दो पीड़ितों के परिवारों को शुक्रवार को अनुग्रह राशि सौंपी। राज्य मंत्रिमंडल ने पहले 22 अप्रैल के हमले में मारे गए 26 लोगों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने ‘एक्स’ पर कहा कि कैबिनेट मंत्री केरल में एन. रामचंद्रन और विशाखापत्तनम में जे. एस. चंद्रमौली के आवास पहुंचे और उनके परिवार के सदस्यों को सहायता राशि सौंपी।
उन्होंने कहा, ‘दुखद पहलगाम नरसंहार को एक महीना बीत चुका है, लेकिन पीड़ित हमेशा हमारे दिलों में और उनके परिवार हमारी प्रार्थनाओं में शामिल रहेंगे।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मेरे सहयोगी कौशिक राय ने केरल में स्वर्गीय एन. रामचंद्रन के परिवार से मुलाकात करके समर्थन और एकजुटता व्यक्त की।” राय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने वित्तीय सहायता और एक शोक पत्र केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले एन. रामचंद्रन की पत्नी शीला रामचंद्रन को सौंपा। उन्होंने कहा, ‘श्रीमती शीला रामचंद्रन जी ने इस कठिन समय में साथ खड़े रहने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा जी के प्रति फोन पर हार्दिक आभार व्यक्त किया।’
इसके पूर्व जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिजनों से मिलने असम के मंत्री पहुंचे। असम सरकार में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री केशव महंत ने परिवार के बीच शोक व्यक्त किया। मंत्री ने नरवाल के परिवार की आर्थिक सहायता के लिए 5 लाख रुपए का चेक सौंपा।
परिवार से मिलने के बाद मंत्री केशव महंत मंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान में सिंदूर की काफी मानता है, जिस तरीके से आतंकियों ने हमारी बहु-बेटियों के सिंदूर को उजाड़ा ठीक उसी तरीके से उसका बदला लिया गया। लगातार पकड़े जा रहे जासूसों पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी समेत कई नेताओं की राजस्थान में इसके लिए चर्चा हुई। सरकार और इंटलिजेंस की इस पर नजर है।