कार्यकारी अध्यक्ष अजीत सिंह और महासचिव राजदीप ग्वाला सहित कई वक्ताओं ने यूनियन के गौरवपूर्ण इतिहास पर रखे विचार
बराक चाय श्रमिक यूनियन के 75वें स्थापना ( हीरक जयंती ) दिवस के उद्घाटन समारोह आज संभव आरंभ हुआ। यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अजीत सिंह, महासचिव राजदीप ग्वाला, वरिष्ठ सहायक महासचिव सनातन मिश्र, मार्गदर्शक डॉ संतोष रंजन चक्रवर्ती, सहायक महासचिव रवि नुनिया, विपुल कुर्मी, सचिव बाबुल नारायण कानू, सहायक सचिव दुर्गेश कुर्मी, दुर्गेश, कार्यालय सचिव गिरिजा मोहन ग्वाला, कार्यालय कर्मी सुरेश बड़ाईक, विशुद्धानंद महतो, पीयूष कांति नाथ, ललित जैन, केशव प्रसाद रजक, उषा सिंह, किशोर रविदास, डॉ वरुण कानू आदि की उपस्थिति रही। सुबह दस बजे यूनियन का पताका फहराया गया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री अजीत सिंह ने स्वागत भाषण दिया। सिंह ने कहा कि यूनियन के लोग श्रमिकों के लिए समर्पित है। एक समय बागान के मैनेजर के सामने कोई साइकिल लेकर सामने नहीं आता था। मैनेजर जब गुजरता था तब लोग जंगल की तरफ चले जाते थे।
यूनियन की वजह से एक बड़ा परिवर्तन आया। यूनियन को खड़ा करने में अनेक लोगों के योगदान है। राम प्रसाद चौबे, द्वारिका नाथ तिवारी, विश्वनाथ उपाध्याय, जगरन्नाथ सिंह और पूर्व मंत्री दिनेश प्रसाद ग्वाला सहित अनेक लोगों ने इस यूनियन को मज़बूत बनाने एवं श्रमिकों की आवाज को रखने का काम किया।
यूनियन के महासचिव तथा पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला अपने संबोधन में कहा कि यूनियन का आज प्रतिष्ठा दिवस है। यूनियन इसका पालन कर रहा है। बराक घाटी के सभी चाय बागानों में यूनियन का इकाई है। यूनियन की इकाई भी स्थापना दिवस मना रही है। 213 चाय बागानों में बागान पंचायतों द्वारा मनाया जा रहा है।
आज का दिन उनके लिए ऐतिहासिक गौरव पूर्ण है। वर्ष 1950 में बराक चाय श्रमिक यूनियन की स्थापना हुई थी। यूनियन अपना 75वां वर्ष मना रहा है। राजदीप ग्वाला नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा, यूनियन का इतिहास रहा है कि बराक घाटी का विकास और चाय श्रमिकों की उन्नति के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा कि यूनियन के गठन और चाय श्रमिकों की निस्वार्थ सेवा करते हुए जिन लोगों ने अपना बलिदान दिया है उन्हें स्मरण करते हैं। चाय श्रमिकों का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। देश के लिए आंदोलन भी किया है। उदाहरण के तौर पर मुलुक चलो आंदोलन के इतिहास को आगे रखा। समय – समय चाय श्रमिकों ने देश और राज्य हित में अतुलनीय योगदान दिया है। यूनियन ने सभी बलिदानियों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
गत 75 वर्षों की यात्रा में अनेक महान लोगों ने यूनियन का नेतृत्व किया है और उनके योगदान और बलिदान प्रेरणा प्रदान करने का कार्य कर रहा है। हीरक जयंती का आज उद्घाटन समारोह बताया और कहा कि जल्द ही भव्य रूप से मुख्य कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।
एक पुस्तक का भी विमोचन किया जाएगा। यूनियन ने अपना झंडा बनाया है और इसे फहराया गया। यूनियन के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि वह केवल चाय श्रमिकों के लिए ही नहीं बल्कि समूचे बराक घाटी के विकास के लिए चिंता भावना के साथ काम किया है।
सनातन मिश्र ने चाय बागानों में श्रमिक समुदाय के हित में यूनियन की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने श्रमिक समाज में भेदभाव से दूर रहने और अहंकार मुक्त रहने का आह्वान किया। यह कहा, चाय बागानों में बहुत बदलाव आया है। चाय बागानों के बच्चे अपनी प्रतिभा के बल पर विभिन्न उपलब्धि हासिल कर रहे। रवि नुनिया ने कई महत्वपूर्ण विषयों को रेखांकित किया। उनका कहना था कि अब भी बहुत से क्षेत्र में काम करने की आवश्यकता है। बाबुल नारायण कानू ने यूनियन गठन पर प्रकाश डाला।
विभिन्न तथ्यों को उजागर करते हुए यह बताया यूनियन का गठन कब हुआ और किन व्यक्तियों की प्रचेष्टा से यूनियन श्रमिकों की आवाज बनकर उभरा। यूनियन गठन में अतुलनीय भूमिका निभाने वाले संस्थापकों के नाम साझा किया। अपने वक्तव्य में यूनियन के गठन में परेश चंद्र चौधरी, राम प्रसाद चौबे, द्वारिका नाथ तिवारी, मोहितुष पुरकायस्थ, गौरीशंकर राय, विद्याधर त्रिपाठी समेत तमाम लोगों के महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
संचालन का जिम्मा भी बाबुल नारायण कानू ने निभाया। सुरेश बड़ाईक ने श्रमिक आंदोलन से जुड़े तमाम तथ्य को रखा। दुर्गेश कुर्मी ने अपने वक्तव्य में श्रमिक समुदाय के हित में यूनियन की प्रासंगिकता पर जोर दिया। उनका कहना था जिन उद्देश्यों के साथ इस यूनियन का गठन हुआ था, आज भी पूर्णतः समर्पित हैं। ललित जैन ने कहा कि पूर्व मंत्री स्व• दिनेश प्रसाद ग्वाला ने चाय बागानों के श्रमिकों हित में जिस तरीके से काम किया उसे भुलाया नहीं जा सकता।
बागानों में विकास और बदलाव जो नजर आ रहा इसका श्रेय उनके पूर्व श्रमिक नेता स्व• दिनेश प्रसाद ग्वाला को जाता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिव चरण रविदास ने सहयोग किया। वहीं इस अवसर पर यूनियन के वरिष्ठ सहायक महासचिव सनातन मिश्र और मार्गदर्शक डॉ संतोष रंजन चक्रवर्ती का जन्मदिन भी मनाया गया। केक काटे गए। राजदीप ग्वाला ने दोनों व्यक्तियों को अंग वस्त्र भेंट कर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
योगेश दुबे