कवि सम्मेलन, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न प्रतियोगिताएं रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र
बराक हिंदी साहित्य समिति द्वारा यहां सिलचर में भव्य रूप से हिंदी दिवस मनाया गया। समिति के अध्यक्ष परमेश्वर लाल काबरा की अध्यक्षता में हिंदी भवन में आयोजित दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में लखीपुर के विधायक कौशिक राय की उपस्थिति रही। मंच पर डॉ. अमित कलवार, शिक्षाविद जवाहर लाल राय, लक्ष्मी निवास कलवार, संतोष कुमार चक्रवर्ती, शशि कुमार सिंह, राम कुमार कोइरी आदि की उपस्थिति रही ।
लखीपुर के पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला भी हिंदी दिवस समारोह में पहुंचे। प्रदीप कुमार कुर्मी ने कुशल संचालन किया। इसके अलावा समिति के महासचिव दुर्गेश कुर्मी, उपाध्यक्ष बाबुल नारायण कानू, उपाध्यक्ष डॉ• रंजन सिंह, कोषाध्यक्ष बंशी लाल भाटी, पूर्व उपाध्यक्ष कुंज बिहारी ग्वाला सहित, संगठन सचिव युगल किशोर त्रिपाठी, गिरजा शंकर अग्रवाल, पूर्व उपाध्यक्ष अरुण कुमार महतो, कन्हैयालाल सिंगोदिया, कार्यालय सचिव प्रमोद जायसवाल, प्रचार सचिव लालल प्रसाद ग्वाला, हरीश काबरा, सक्रिय सदस्य राजेन कुंवर व बिंदु सिंह, किरण त्रिपाठी, फूलमती कलवार, सबिता जायसवाल, कमला सोनार, अपर्णा तिवारी, अनूप पटवा, मनोज कुमार साह, सांवर मल काबरा, राम स्वार्थ सिंह, बिना पानी मिश्रा, विश्वजीत कोइरी, अनूप वर्मा, मदन मोहन कोइरी, डॉ. मंजूरी कलवार, धर्मेंद्र राय आदि की उपस्थिति रही।
चार चरणों में समारोह संपन्न हुआ। पहले चरण में छात्र – छात्राओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। दूसरे चरण में कवि सम्मेलन, तृतीय चरण आमंत्रित अतिथियों का बहुमूल्य वक्तव्य, हिंदी सेवियों सम्मान, विजयी प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार वितरण जबकि चतुर्थ चरण में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बराक हिंदी साहित्य समिति द्वारा इस वर्ष हिंदी में अतुलनीय योगदानों के लिए चार लोगों को सम्मानित किया, जिसमें एक ।
डॉ• शुभोजित चक्रवर्ती, हिंदी सेवी राम कुमार कोइरी, शशि कुमार सिंह सहित स्व. रोहित कुमार भाटी को सम्मान दिया गया। वहीं बालार्क प्रकाशन द्वारा भी तीन लोगों का सम्मान किया गया। बालार्क प्रकाशन के प्रमुख व शिक्षाविद वरिष्ठ लेखक अशोक वर्मा , तपोज्योति भट्टाचार्य की ओर से प्रतिनिधि राजू वर्मा की उपस्थिति में शास्त्री घनश्याम पांडेय, डॉ. सुजीत तिवारी और सर्वेश स्वर्णकार को ठाकुर प्रसाद स्मृति साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मंच समिति के पूर्व अध्यक्ष स्व. अमरनाथ खंडेलवाल के स्मृति में समर्पित था। हिंदी दिवस समारोह में बराक घाटी में स्कूलों में हिंदी शिक्षकों के अभाव पर वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किया।
हिंदी दिवस को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला
लखीपुर के पूर्व विधायक तथा राजदीप ग्वाला ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी दिवस समारोह में हिस्सा लेना उनके लिए गर्व की बात है। बराक हिंदी साहित्य समिति के साथ उनका आत्मीय जुड़ाव है। हिंदी में सभी को जोड़ने की क़ाबलियत है। उन्हें ख़ुशी है हिंदी विकास के साथ हमारा समाज भी आगे बढ़ रहा है। हिंदी समाज के युवा अनेक क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल नाम रोशन किया है। आयोजन समिति से जो सम्मान मिला उसका आभार व्यक्त किया।
डॉ. अमित कलवार ने कहा कि जब तक हम अपने हिंदी भाषा का सम्मान नहीं करेंगे तब तक हिंदी को अग्रसर करने की बात बेअसर हो जाएगा । हम सबको संगठित होना चाहिए। अपने बच्चों को हिंदी पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। आगामी वर्ष से समिति का एक मैगजीन प्रकाशित करने का सुझाव भी दिया ।
अध्यक्ष परमेश्वर लाल काबरा ने समिति के संबंध में विभिन्न जानकारी दी। बन रहे हॉस्टल के बारे में भी बताया। हिंदी भवन के विकास प्रगति पर जानकारी साझा की। अन्य सभी अतिथियों ने भी अपने विचार रखे। स्कूलों में हिंदी शिक्षकों के अभाव संबंध में चिंता व्यक्त की। राजेन कुंवर द्वारा कवियों और आमंत्रित अतिथियों तथा प्रतिभागियों के बीच साहित्यिक पुस्तक भेंट की गई।
इसके पूर्व दोपहर डेढ़ बजे कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। गिरजा शंकर अग्रवाल के हाथो सभी कवि, कवियत्रियों को अंग वस्त्र,नोट बुक, कलम भेंट किया गया, बिंदु सिंह ने चंदन टीका लगाया और राजेन कुंवर ने साहित्यिक पुस्तक भेंट की। रिंकू काबरा के कुशल संचालन में श्रीमती सुषमा पारख, श्रीमती कमला सोनार थापा, जय प्रकाश ग्वाला, शास्त्री घनश्याम पांडेय, चंदन त्रिपाठी, देवोलीना राय, मनीषा देब, मृदुला भट्टाचार्य, योगेश दुबे, सर्वेश स्वर्णकार और स्वागता चक्रवर्ती ने सुंदर रचनाओं से शमा बांधी। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत, नृत्य की प्रस्तुति के साथ समारोह का समापन हुआ।
योगेश दुबे