पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक।
बस एक हज़ार में भारत में पहुंच जा रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए। जी हां आप सही पढ़ रहे हैं। बांग्लादेश में बैठे दलाल भारत में घुसपैठ कराने के एवज में प्रति व्यक्ति से एक हज़ार वसूल रहे हैं। हालांकि उनकी जिम्मेदारी केवल सीमा पार कराना होता है, उसके आगे लोग पकड़े भी जाए तो उसकी जिम्मेदारी उनकी नहीं होती। मेघालय में बीएसएफ के हाथो धरे गए सात बांग्लादेशियों से हुई आरंभिक पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बांग्लादेश में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दलालों का एक बड़ा गिरोह सक्रीय है। ये गिरोह प्रति व्यक्ति से रुपए ( टका ) के एवज में भारत में घुसपैठ करने में मदद हैं। हालांकि सीमा पर बीएसएफ मुस्तैदी के साथ अपना कर्तव्य निभा रहा है। बांग्लादेश में मौजूदा संकट के मद्देनज़र बीएसएफ सतर्क है और निगरानी बढ़ा दी है। वहीं इस क्रम में मेघालय में सात बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े गए है। बीएसएफ के मेघालय फ्रंटियर के 172वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने विशेष इनपुट पर ईस्ट जयंतिया हिल्स के राताचेरा में अभियान चलाया और अंतर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ करते समय धरा।
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान यह पता चला कि उन्हें दो बांग्लादेशी दलालों ने बहकाया था, जिन्होंने 7000 बांग्लादेशी टका, रूपया (प्रति व्यक्ति 1000/- टका) का भुगतान करके उन्हें सीमा पार करने में मदद की। बांग्लादेश के खुलना जिले के थेसिल निवासी मोहम्मद शाहजहां (55 ) और उसकी बेटी मिस आरिफा ( 20 ) ने कोलकाता में मुफ्त चिकित्सा उपचार का वादा किया था। मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स में राष्ट्रीय राजमार्ग 6 डोना स्कूर से आगे असम के श्रीभूमि जिले के बदरपुर रेलवे स्टेशन से होते हुए वे कोलकाता जाने वाले थे।
हालांकि, सद्भावना के तौर पर पकड़े गए सभी बांग्लादेशी नागरिकों को 14 दिसंबर 2024 को फ्लैग मीटिंग के जरिए बीजीबी को सौंप दिया गया। वहीं तस्करी के प्रयास को भी विफल किया गया। ईस्ट खासी हिल्स जिले के सोनाटा, डावकी और कासिंडा के इलाकों में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ के जवानों ने तस्करी के एक प्रयास को विफल कर दिया। जवानों ने 9.83 लाख रुपये मूल्य का प्रतिबंधित सामान जब्त किया, जिसमें मवेशी, चीनी, वाइन, बिस्कुट, मछली, सुपारी, आलू, कंबल, लहसुन और अन्य खाद्य सामग्री शामिल थी। इन वस्तुओं को बांग्लादेश में ले जाया जाना था। जब्त किए गए सामान को आगे की कार्रवाई के लिए सीमा शुल्क कार्यालय को सौंप दिया गया है। बीएसएफ ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल भारत की सीमाओं की सुरक्षा के अपने मिशन में दृढ़ है और घुसपैठ और तस्करी सहित सीमा पार से अवैध गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए समर्पित है।