Tuesday, January 14, 2025

बांग्लादेश के उत्पादों का बहिष्कार का आह्वान, व्यापारियों को तीन दिन का अल्टीमेटम, सनातन ऐक्य मंच ने किया धरना प्रदर्शन

जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के हाथों में ज्ञापन सौंपते सनातन ऐक्य मंच के पदाधिकारीगण

बराक घाटी में बांग्लादेशी उत्पादों का पुरजोर तरीके से बहिष्कार करने का आह्वान किया गया। बांग्लादेश के सामानों का सेवन और उपयोग नहीं करने की अपील की गई। बजरंग दल के नेता मिथुन नाथ स्थानीय व्यापारियों को तीन दिन का मोहलत दिया और कहा कि इस समय अवधि के भीतर बांग्लादेशी सामानों का स्टॉक ख़त्म हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा जो देश भारत के राष्ट्रीय झंडे को पैरों तले रख अपमान करता है,हम सोच कैसे ले बांग्लादेश के सामान का सेवन या उपयोग करंगे।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार को लेकर विरोध कर रहे ‘सनातनी ऐक्य मंच, दक्षिण असम प्रांत को संबोधित करते हुए मिथुन नाथ ने उपरोक्त बात कही। बराक घाटी में एक्सपो में भी बांग्लादेशी स्टॉल लगने नहीं दिया जाएगा। भारत सरकार से बांग्लादेश के साथ सभी तरह से व्यापारिक संबंध तोड़ने की अपील गई। मालूम हो कि बांग्लादेश के मुद्दे पर मंच लगातार आंदोलन कर रहा है।

मंच के नेता सांतनु नायक ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि धरना प्रदर्शन में मंच के पदाधिकारियों के अलावा लखीपुर के विधायक कौशिक रॉय, भाजपा जिला अध्यक्ष बिमलेंदु रॉय, भाजपा के प्रदेश महासचिव कणाद पुरकायस्थ, मिथुन नाथ, असम विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप कुमार पाल, असित चक्रवर्ती, मिथुन नाथ, वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मानंद देब, अधिवक्ता राजीव नाथ और अधिवक्ता मुक्ता दास, अमिताभ राय, झलक चक्रवर्ती, मानव सिंह सहित अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे। धर्मानंद देव, राजीव नाथ, मानव सिंह, सांतनु नायक समेत अन्य मौजूद थे। बांग्लादेश के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ।

सनातनियों को एकजुट होकर बांग्लादेश के खिलाफ जोरदार आंदोलन करने का आह्वान किया गया। उल्लेखनीय है कि उपरोक्त मंच पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहा है। उपरोक्त संगठन ‘ बांग्लादेश चलो आंदोलन’ का भी नेतृत्व कर चुका है। बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचार, मानवाधिकार हनन और धार्मिक उत्पीड़न के खिलाफ सनातनी ऐक्य मंच के नेतृत्व में बराक घाटी के सिलचर, श्रीभूमि, लखीपुर, हाइलाकांदी, रामकृष्णनगर और दीमा हसाओ जिलों में धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया।

धरना समाप्त होने के बाद जिला उपायुक्त के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री, बांग्लादेश के उच्चायुक्त और बांग्लादेश की कार्यवाहक प्रधानमंत्री, संयुक्त राष्ट्र संघ को अलग-अलग ज्ञापन सौंपे गए। प्रमुख मांगों में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार तुरंत बंद करने, महंत चिन्मय कृष्ण दास को बिना शर्त रिहा करने, अल्पसंख्यकों को उचित क्षतिपूर्ति प्रदान करने, अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप के माध्यम से अल्पसंख्यकों के अधिकार सुनिश्चित करने, बांग्लादेश सरकार की जवाबदेही तय की जाए शामिल है। सनातनी ऐक्य मंच ने स्पष्ट किया है कि यदि इन मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो यह मामला अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया जाएगा। अल्पसंख्यकों के अधिकार और उनकी गरिमा सुनिश्चित होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर बांग्लादेश के उत्पादों को जलाया गया और सड़कों पर बांग्लादेशी पताका पेंटिंग कर पैर रखे गए।

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