Wednesday, January 8, 2025

बीएसएफ के मिजोरम एवं कछार फ्रंटियर ने 2024 में 89.6 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए 

File Photo

बीएसएफ के मिजोरम एवं कछार फ्रंटियर ने वर्ष 2024 में अंतर्राष्ट्रीय भारत – बांग्लादेश सीमा पर 89.6 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए। निम्नलिखित ड्रग्स जब्त की गई। 7,25,031 याबा टैबलेट्स, 135 ग्राम हेरोइन, 5  किलोग्राम क्रिस्टल मेथमफेटामाइन, 112 किलो गांजा, कोडीन आधारित कफ सिरप की 720 बोतले, फेंसेडिल की 1205 बोतलें और 236 मवेशियों की बरामदगी हुई है। बीएसएफ के उपरोक्त फ्रंटियर ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी प्रदान की। सीमा की सुरक्षा सहित अन्य सिविक एक्शन गतिविधियों की जानकारी साझा की। वर्ष 2024 के दौरान, मिजोरम और कछार फ्रंटियर ने सीमा क्षेत्र और भीतरी इलाकों में कई अभियान चलाए और विभिन्न प्रतिबंधित वस्तुओं को जब्त कर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं।

इस दौरान 27 भारतीय, 1 बांग्लादेशी, और 2 म्यांमार नागरिक सहित कुल 30 व्यक्तियों को नशीले पदार्थों के साथ पकड़ा गया। मालूम हो कि बीएसएफ के मिजोरम एवं कछार फ्रंटियर, जिसका मुख्यालय सिलचर के मासिमपुर में है, एक अनूठा फ्रंटियर है। यह बराक घाटी में दक्षिण असम और बांग्लादेश सीमा के साथ पूरे मिजोरम की सीमाओं की रक्षा करता है। इसके अलावा, यह फ्रंटियर मणिपुर में कानून और व्यवस्था ड्यूटी तथा नागालैंड में आतंकवाद-रोधी भूमिका के लिए पर्याप्त तैनाती रखता है। बीएसएफ अधिकारियों के कुशल नेतृत्व और जवानों के ईमानदार एवं समर्पित कर्तव्यों के तहत, अंतर्राष्ट्रीय सीमा को चौबीसों घंटे अत्यंत पेशेवर और प्रभावी तरीके से संरक्षित किया जा रहा है।

इसके परिणामस्वरूप, सभी प्रकार के सीमा अपराध जैसे मादक पदार्थों की तस्करी, मवेशियों की तस्करी, वन उत्पादों की चोरी, भारतीय क्षेत्र में अवैध और अनाधिकृत प्रवेश या निकासी को प्रभावी ढंग से रोका गया है। अपनी उपलब्ध संसाधनों और बल गुणकों के साथ, बीएसएफ अपने आदर्श वाक्य “जीवन पर्यन्त कर्तव्य” के अनुरूप हमेशा सीमाओं की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। बहादुर सीमा प्रहरियों का कर्तव्य और समर्पण राष्ट्र की सेवा और रक्षा के लिए अडिग है। जनता के साथ जुड़ाव के लिए, मिजोरम और कछार फ्रंटियर बीएसएफ ने वर्ष भर सीमावर्ती आबादी के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए।

इनमें मेडिकल कैंप, नागरिक एक्शन कार्यक्रम, सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम, नशा जागरूकता कार्यक्रम, युवाओं और छात्रों को बीएसएफ में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना, स्वच्छता अभियान, शिक्षक दिवस समारोह, और हथियार प्रदर्शनी शामिल थीं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सीमा क्षेत्र के लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करना और स्थानीय नागरिकों के साथ खेलकूद प्रतियोगिताओं जैसे वॉलीबॉल और फुटबॉल का आयोजन करना था। विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।

योगेश दुबे

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