भाजपा के 250 कर्मियों और सदस्यों ने पार्टी से तोड़ा नाता
राज्य में होने वाले उपचुनाव के मद्देनज़र भाजपा द्वारा तीन सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद से पार्टी के भीतर घमासान मच गया है। पार्टी टिकट से वंचित नेताओं ने बागी तेवर अख्तियार कर लिया है। कछार जिले के धोलाई विधानसभा क्षेत्र में टिकट न मिलने से बेहद नाराज अमिय कांति दास ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
पूरा वीडियो सुने.
उन्होंने गत कल शनिवार को पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। वह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे। आज वह धोलाई विधानसभा क्षेत्र के नूतन बाजार इलाके में एक बड़ी बैठक की। उनके समर्थकों ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसके बाद अमिय कांति दास ने यह घोषणा की वह चुनाव लड़ेंगे। लगभग तीन सौ से अधिक लोग इस बैठक में हिस्सा लिए। बंगाली, हिन्दीभाषी, मणिपुरी सहित अन्य कई समुदाय से प्रतिनिधियों की उपस्थिति दिखाई दी। भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।
मीडिया के साथ बातचीत में अमिय यह आरोप लगाया गया कि भाजपा ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसका धोलाई क्षेत्र के साथ कोई कोई संपर्क या नाता नहीं है। इसके पूर्व परिमल शुक्लवैद 35 वर्ष से विधायक थे, क्षेत्र की जनता उनका साथ दिया। धोलाई क्षेत्र में लगभग एक लाख 97 हज़ार मतदाता है। पार्टी को धोलाई से एक भी योग्य उम्मीदवार नहीं मिला। निहार रंजन दास को बाहरी है। स्थानीय लोग उन्हें स्वीकार्य नहीं कर सकेंगे। भाजपा दल में दो दशक से अधिक समय दिया है।
Advertisement
इसके पूर्व आरएसएस के स्वयंसेवक भी रह चुके हैं। भाजपा में विभिन्न पदों पर रहकर उन्होंने काम किया। बावजूद उनके भरोसे को तोड़ा गया। धोलाई की जनता स्थानीय किसी एक नेता को बतौर प्रत्याशी चाहती थी, लेकिन उक्त पार्टी ने सिलचर से आयातित नेता को टिकट थमा दिया। धोलाई की जनता का अपमान किया जाना बताया। अमिय ने आगे कहा, उन्हें टिकट नहीं मिला इसलिए दुखी है ऐसी बात नहीं। धोलाई क्षेत्र से बहुत से लोगों ने टिकट के लिए दावेदारी की थी, उनमे से किसी एक को प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
अमिय ने सिलचर के वर्तमान सांसद परिमल शुक्लवैद पर भी निशाना साधा और कहा कि एक बाहरी नेता को प्रत्याशी बनाने में उनकी भूमिका के लिए क्षेत्र की जनता माफ़ नहीं करेगी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि धोलाई भाजपा हार रही। भाजपा मुकाबले में तीसरे नंबर रहने वाला है। इस परिस्थिति के लिए वर्तमान सांसद परिमल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि धोलाई के मान सम्मान और स्वाभिमान को बनाए रखने के लिए वह मैदान में उतरेंगे।
धोलाई के अजित साहू ने कहा कि निहार रंजन दास को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं कर सकते। वे लोग अमिय कांति को बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में देखना चाहते हैं। अमृत लाल कुमार उर्फ राजू ने कहा भाजपा ने निहार रंजन को धोलाई से टिकट दिया है। निहार इसके पूर्व पश्चिम सोनाई से जिला परिषद चुनाव लड़ा था।
मुकाबले में निहार रंजन चतुर्थ नंबर थे। कहा गया जो जिला परिषद का चुनाव नहीं जीत सका, उसे अब विधायकी चुनाव में उतारा गया है। भाजपा के इस फैसले ने धोलाई क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं और सदस्यों को निराश किया है। उन्होंने बताया कि लगभग 250 लोग भाजपा से नाता तोड़ लिया है और पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। इस अवसर पर अमृत लाल कुमार उर्फ राजू ,अजित साहू, सीमा रानी दास, दीपक राय, राजू खसीया, रूपम दास आदि उपस्थित थे।
योगेश दुबे