बराक घाटी के चाय बागानों में ‘करम पूजा’ धूमधाम से संपन्न हुआ। वहीं लखीपुर विधानसभा क्षेत्र में इस पूजा के उपलक्ष्य में भव्य स्तर पर करम पूजा व सम्मेलन का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन में चाय बागानों से, विशेषकर महिलाओं की, बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी रही।
करम पूजा व सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक कौशिक राय
स्थानीय विधायक कौशिक राय की विशेष उपस्थिति तथा बराक उपत्यका चाय जनगोष्ठी उन्नयन समिति के आयोजन में क्षेत्र के पांच चाय बागानों में करम पूजा सम्मेलन हुआ। दिलखुश, हातीकुरी, बिन्नाकांदी, देवान और बालाधन चाय बागान में करम पूजा सम्मेलन किया गया। उल्लेखनीय करम पूजा सम्मेलन दो भाग में हो रहा। कुल दस चाय बागानों में सम्मेलन किया जाना है।
आगामी 18 सितंबर को शेष पांच बागानों में आयोजन किया जाएगा। विधायक राय अपने संबोधन में कहा कि करम का पावन पर्व सभी के जीवन में प्रेम- भाईचारे, सुख-शांति व समृद्धि का संदेश लेकर आए। चाय बागानों की भाषा – संस्कृति, स्वदेशी ऐतिहासिक परंपरा और पर्व असम ही नहीं समूचे भारत के लिए गौरव की बात है।
चाय-जनजाति के पारम्परिक पावन पर्व ‘करम पूजा’ को इस वर्ष लखीपुर विधानसभा क्षेत्र के 10 चाय बागानों में भव्य रूप से किया जाना यहाँ की रीति – रिवाज, भाषा – संस्कृति, पूजा – पद्धति और इस पूजा के मुख्य उद्देश्यों के संबंध में जानकारी में वृद्धि होगी। अपितु करम पूजा ही नहीं, टुसु पूजा और झुमुर नृत्य के संरक्षण, विकास पर बल देने का भरोसा दिया।
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विधायक राय ने बिन्नाकांदी चाय बागान में कहा कि करम पूजा लोग मना सके इसके लिए लिए राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने छुट्टी की घोषणा की। मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा पहले किसी एक जगह आयोजन होता था, सभी की सामूहिक भागीदारी नहीं हो पाती थी, लेकिन आज के आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति आयोजन के मुख्य उद्देश्यों को सार्थक करता है।
प्रत्येक वर्ष इसी प्रकार आयोजन किया जाएगा, यह आश्वासन दिया। पुसू करम पूजा सम्मेलन में स्थानीय कलाकारों ने झुमुर नृत्य व गीत की प्रस्तुति दी। विधायक राय स्वयं पूजा में हिस्सा लिया।
इधर उधारबंद विधानसभा क्षेत्र के खासपुर में भी ‘आदिवासी चाय जनगोष्ठी करमपूजा एवं सांस्कृतिक सम्मेलन, केंद्रीय समिति, बराक घाटी द्वारा करम पूजा पर समारोह का आयोजन किया गया। करम पूजा और चाय जनजाति समाज का प्रकृति के प्रति प्रेम, समर्पण पर आमंत्रित अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
योगेश दुबे / Yogesh Dybey