अगले वर्ष झुमुर प्रतियोगिता कराने की घोषणा
कछार जिले के लखीपुर विधानसभा क्षेत्र के पांच चाय बागानों में आयोजित ‘करम पूजा सम्मेलन’ का समापन हुआ। स्थानीय विधायक कौशिक राय करम पूजा सम्मेलन में हिस्सा लिए। बराक उपत्यका चाय जनगोष्ठी उन्नयन समिति के आयोजन में उपरोक्त कार्यक्रम किया गया।
दरअसल इस वर्ष कुल दस चाय बागानों में करम पूजा सम्मेलन आयोजित किया गया। आयोजन दो चरणों में संपन्न हुआ। गत 14 सितंबर को क्षेत्र के पांच चाय बागानों में आयोजन हुआ था। शेष पांच चाय बागानों में आज आयोजन हुआ, जिसमें नारायणपुर, लाबक, लखीपुर, और रोमाननगर चाय बागान शामिल है।
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सम्मेलन में बड़ी संख्या में बागान वासियों की उपस्थिति दर्ज की गई। पूजा हुआ और झुमुर और परम्परिकत गीत व नृत्य की प्रस्तुति हुई। चाय-जनजाति के पारम्परिक पावन पर्व ‘करम पूजा’ को इस वर्ष लखीपुर विधानसभा क्षेत्र के 10 चाय बागानों में भव्य रूप से मनाया गया।
अपने संबोधन में क्षेत्र के विधायक कौशिक राय ने कहा कि करम पुजा, टुसू आदि का आयोजन से चाय बागानों की रीति, रिवाज, भाषा ,संस्कृति, पूजा, पद्धति और इस पूजा के मुख्य उद्देश्यों के संबंध में जानकारी जुटाने में बढ़ावा मिलेगा। केवल करम पूजा ही नहीं, टुसू पूजा और झुमुर नृत्य के संरक्षण और विकास पर बल देने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष एमएलए कप फुटबॉल प्रतियोगिता की तरह क्षेत्र में झुमुर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि अगले दिनों में लखीपुर उत्कृष्ट झुमुर समूह प्रस्तुत करना होगा। करम पूजा का पावन पर्व सभी के जीवन में प्रेम- भाईचारे, सुख-शांति व समृद्धि का संदेश लेकर आए। चाय बागानों की भाषा – संस्कृति, स्वदेशी ऐतिहासिक परंपरा और पर्व असम ही नहीं समूचे भारत के लिए गौरव की बात है।
आज लाबक चाय बागान में करम पूजा मंच पर ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में कांस्य पदक विजेता लखीपुर क्षेत्र के लाबक चाय बागान के युवा खिलाड़ी शिवम हजाम को विधायक राय ने मोमेंटो और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। बराक वैली चाय जनगोष्ठी उन्नयन समिति के अध्यक्ष रतन कुमार ने अपने वक्तव्य कहा कि क्षेत्र के विधायक कौशिक राय ने चाय जनजाति का पारंपरिक त्योहारों जैसे टुसू, करम पूजा, झुमुर आदि का उत्थान में पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।
इस वर्ष की करम पूजा सम्मेलन का आयोजन में उनका सहयोग सराहनीय है। आज उन्हीं के वजह दश चाय बागानों में धुमधाम से मनाया गया।
चंद्रशेखर ग्वाला