Thursday, January 2, 2025

सिलचर, एनएन दत्ता रोड स्थित अरिहंत अपार्टमेंट के मंदिर पुजारी अजीत चौबे की रहस्यमय मौत से शहर में सनसनी

Photo 

सिलचर के एनएन दत्ता रोड स्थित अरिहंत अपार्टमेंट के मंदिर पुजारी अजीत चौबे की रहस्यमय मौत से शहर में सनसनी है। मंदिर अपार्टमेंट के पांचवें तल्ले के छत पर स्थित है। सोमवार को सुबह उनका शव अपार्टमेंट के नीचे बगल में खाली जगह पर पड़ा मिला। सूचना पुलिस को दी गई। मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भेजा। मीडिया के साथ बातचीत में पुलिस कुछ भी कहने से इनकार किया।

पुलिस का कहना था कि अजीत चौबे की मृत्यु कैसे हुई है यह पूरा मामला जांच का विषय है। फिलहाल शहर में इस घटना को लेकर सनसनी है। मालूम हो कि अजीत का पैतृक घर कछार जिले के सोनाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत नतून रामनगर में है। हालांकि, वह कई वर्षों से अपने परिवार के साथ अरिहंत अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल पर मंदिर के बगल में दो कमरे के फ्लैट में अपने परिवार के साथ रहते थे। पत्नी रंजना चौबे, दो बच्चे ( एक लड़का – एक लड़की ) और बूढ़ी मां विद्यारानी चैबे साथ रहती थी।  अपार्टमेंट के मंदिर के अलावा कई अन्य जगहों पर भी पूजा कराने जाते थे।

पत्नी रंजना चौबे ने बताया कि तीन-चार दिन पहले उनके पति पूजा पाठ में सहयोग हेतु अपने बहनोई देवजीत पांडेय, बर्नीब्रिज बागान के निवासी, बुलाए थे। दीपावली के अवसर पर अन्य जगहों पर पूजा की संख्या बढ़ जाती है। पत्नी रंजना ने बताया कि रात्रि भोजन पश्चात सोने चले गए। बहनोई देवजीत पांडेय उनके पास सो रहे थे। रात करीब ढाई बजे अचानक दरवाजा खोलकर बाहर निकल गए। काफी देर तक जब नहीं लौटे तो, देवजीत ने घरवालों को बताया। उन लोगों ने सोचा शायद बाथरूम में गए होंगे, लेकिन वे वहां भी नहीं थे। मंदिर के दरवाजे भी खुले हुए थे।

Advertisement

पूरा छत और अपार्टमेंट के नीचे भी खोजे गए पर नज़र नहीं आए। सुबह पांच बजे इमारत के नीचे खाली जगह पर जमीन पर पड़े हुए दिखाई दिए। इसकी सूचना पुलिस और परिजनों को दी गई। पत्नी ने हत्या होने का संदेह जताया। उन्होंने कहा उनके पति आत्महत्या करेंगे इस तरह की सोच वही नहीं रखते थे। उनका स्वभाव अलग ही था। हालांकि कई दिनों से वह चिंतित लग रहे थे, इसका कारण भी वह जानने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बताया नहीं।

विदित हो कि अजीत का शव बिल्डिंग की दीवार से करीब 10-11 मीटर की दूरी पर बगल की खाली जमीन में मिला। उनके गले में रुद्राक्ष का माला टूटकर जमीन पर पड़ा था और शव का मुख आसमान की ओर था। उनके हाथों पर कुछ चोटें देखी गईं, जिनमें उनकी नाक से निकले खून के धब्बे थे। सवाल यह उठता है कि अगर अजीत ने ऊपर से कूदकर आत्महत्या की तो शव का मुंह आसमान की ओर कैसे हुआ।

वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद उनके शव पर इतनी चोटे नहीं देखी गई, जितनी चोट लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। साथ ही अगर उसने छलांग लगाई तो शव बिल्डिंग से करीब 10-11 मीटर दूर होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक भवन के छत पर छलांग समय पैर के कोई निशान नहीं मिला। मंदिर के ऊपरी हिस्से में एक हिस्सा दीवार से घिरा हुआ है और वहां छोटे-छोटे पेड़ लगे हुए हैं।

उस हिस्से से किसी के कूदने पर जमीन पर पैरों के निशान होने चाहिए। वहां कुछ नजर नहीं आया। कुल मिलाकर उस ऊंची इमारत में रहने वाले कई लोग इस घटना को आत्महत्या नहीं मान पा रहे हैं। घटना की खबर सुनकर पहुंची अजीत की बहन ममता दुबे ने कहा कि अजीत आत्महत्या करने वाला व्यक्ति नहीं था। मां विद्यारानी चौबे और पत्नी रंजना चौबे ने भी कहा कि अजीत आत्महत्या करने वाला व्यक्ति नहीं था। जमीन पर शव जिस अवस्था में मिला, परिवार वालों ने हत्या का संदेह व्यक्त किया है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या आता है यह देखने योग्य होगा। इमारत के ऊपर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। उसके वीडियो खंगालने से शायद बहुत कुछ खुलासा हो सकता है।

विशेष संवाददाता

Popular Articles