Wednesday, December 25, 2024

चाय बागानों में दुर्गा पूजा से पूर्व शांतिपूर्ण व सुचारू रूप से बोनस मिल सके इसको लेकर जिला आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक

  • संबंधित अधिकारियों, यूनियनों और मैनेजमेंट प्रतिनिधियों की रही उपस्थिति
  • बोनस के पैसे को नशे और जुए में न उड़ा सके, पुलिस से अवैध गतिविधियों पर नक़ल कसने की अपील

कछार जिले के चाय बागानों में दुर्गा पूजा से पूर्व शांतिपूर्ण व सुचारू रूप से श्रमिकों के बोनस उन्हें मिल सके, इस संबंध में कछार जिला प्रशासन द्वारा एक बैठक की गई।

कछार जिला आयुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में जिले की अतिरिक्त जिला आयुक्त अंतरा सेन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुब्रत सेन, सहायक श्रम आयुक्त कृपामय देव, चाय उद्योगों के मालिकों के संगठन टाई और आईटीए के कुछ पदाधिकारी, विभिन्न चाय बागानों के प्रबंधक, बराक चाय श्रमिक यूनियन, भारतीय मज़दूर संघ सहित विभिन्न श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी की उपस्थिति रही।

बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला ने बोनस को लेकर क्या कही बाते, सुने। 

बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला, एजीएस सनातन मिश्रा, रवि नूनिया और सह संपादक दुर्गेश कुर्मी, भारतीय चाय मज़दूर संघ के महासचिव कंचन सिंह, सहायक सचिव रंजीत साहू और कोषाध्यक्ष राजीव राय सहित अन्य श्रमिक यूनियन के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

आमंत्रित सभी हिताधिकारियों को लेकर गहन चर्चा की गई। चर्चा का मुख्य बिंदु बोनस, सुरक्षा और अन्य शामिल रहे। चर्चा के दौरान एक बात मुख्य रूप से सामने आया कि बोनस के पैसे को श्रमिक समाज सही जगह उपयोग कर सके इसलिए अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने की मांग की गई।

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दुर्गा पूजा के दौरान देखा गया है कि श्रमिक समुदाय बोनस के पैसे को नशे और जुए में उड़ा देता है। श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारियों ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि कई श्रमिकों के ज्यादातर बोनस इन्हीं के पीछे चला जाता है। बोनस मिलने पर भी इन कर्मियों को कोई लाभ नहीं मिलता है।

भारतीय चाय मज़दूर संघ के महासचिव कंचन सिंह बागानों में पर्याप्त सुरक्षा और रेगुलर पेट्रोलिंग का उठाया मुद्दा। 

श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने इस मुद्दे को उठाया और त्योहार के दौरान चाय बागानों में पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुब्रत सेन ने कहा कि चाय बागान में बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात करना संभव नहीं होगा। हालांकि, शराब और जुए की रोकथाम के लिए प्रत्येक बागान में नियमित गश्ती की व्यवस्था की जायेगी।

फिलहाल बैठक में श्रमिक संगठनों ने अधिकतम 20 फीसदी की दर से बोनस देने की मांग की। पूजा से पूर्व, लगभग 15 दिन पहले ताकि कर्मियों और श्रमिकों  को बोनस का पैसा मिल सके यह अपील की गई। चाय बागानों में दुर्गोत्सव दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने, शराब की दुकानें बंद रखने और जुए ( झंडी मुंडा ) के अड्डे किसी भी सूरत में पनपे न इस दिशा में ठोस कार्रवाई के लिए मांग की गई।

बैठक बाद मीडिया कर्मियों  बातचीत में बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला ने कहा कि यह प्रथा चली आ रही है कि दुर्गा पूजा से पहले चाय बागानों में बोनस दिया जाता है। जिला प्रशासन इस संबंध में प्रथा अनुसार एक बैठक बुलाती है। इस बैठक में चाय से संबंध मालिकों संगठनों, श्रमिकों के यूनियनों आदि हिताधिकारियों को लेकर बैठक होती है।

कुछ दिन पहले हैलाकांदी में बैठक संपन्न हुआ। आज कछार जिले में बैठक की गई। शीघ्र करीमगंज जिले में भी प्रशासन बैठक करने वाली है। अमूमन इस बैठक में वर्कर्स और मैनेजमेंट यूनियन की जो बातें होती हैं उस पर चर्चा की जाती है। पुलिस प्रशासन द्वारा क्या कदम उठाए जाए इस पर भी बात होती है।

बराक चाय श्रमिक यूनियन अपना पक्ष रखा है। उनका यूनियन ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि ज्यादा से ज्यादा, मैक्सिमम, 20 प्रतिशत, जो बोनस मिलना चाहिए वो दिया जाए। बोनस के रूप जो पैसा मिले उसे दुर्गा पूजा से 15 दिन पहले दिया जाए। यूनियन की इच्छा है 20 सितंबर से पूर्व चाय बागानों में बोनस हो जाना चाहिए, ताकि श्रमिक, कर्मचारी खुशी के माहौल में त्योहार मना सकें। चाय बागानों में शांतिपूर्ण और हर्षोल्लास के साथ दुर्गोत्सव संपन्न हो यही उनकी इच्छा है। मैनेजमेंट ने भी अपना पक्ष रखा है। बोनस के मामले में यथा संभव सहयोग का भरोसा दिया है। बोनस को लेकर वे सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।

भारतीय चाय मज़दूर संघ के महासचिव कंचन सिंह ने कहा कि बैठक में उन्होंने चाय बागानों में सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में बात रखी है। इस मांग को आगे बढ़ाया है कि दुर्गा  पूजा समय चाय बागानों में सभी पूजा पंडालों में पार्यप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, पेट्रोलिंग में तेजी और शराब की दुकाने बंद रखे जाए। श्रमिकों के बोनस बीस प्रतिशत देने की मांग को रखा है। आगामी 20 सितंबर तक बोनस हो जाता है, तो बागान के लोग पूजा पर खरीदारी कर सकेंगे। श्रमिक समाज आनंद पूर्वक दुर्गोत्सव मना सके यही इच्छा है।

योगेश दुबे

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