- भारतीय दस्तावेज तैयार कर वर्षो से रहा था, देश के कई बड़े शहरों का कर चुका है भ्रमण
- मददगार भी पुलिस के शिकंजे में आया
असम के हाइलाकांदी पुलिस ने एक बांग्लादेशी को दबोचा है। वह कानून की नज़र से बेखौफ घूम रहा था। हाइलाकांदी पुलिस ने सोमवार रात लाला के धनीपुर गांव से एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया। बांग्लादेशी नागरिक की पहचान मोहम्मद सियाम उद्दीन (30) के रूप में हुई है, जो बांग्लादेश के सिलहट का निवासी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मोहम्मद सियाम उद्दीन पिछले 12 वर्षों से ताजउद्दीन चौधुरी नामक एक व्यक्ति के घर पर रह रहा था। हाइलाकांदी के बॉर्डर डीएसपी (प्रोबेशनरी) बी प्रतिम नाथ के नेतृत्व में लाला पुलिस दल ने छापेमारी के दौरान सोमवार की रात लाला में एक किराए के मकान से उसे गिरफ्तार किया।
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गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद सियाम उद्दीन ने पुलिस के पूछताछ में बताया कि करीब 12 साल पहले वह करीमगंज जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर भारत में प्रवेश कर गुवाहाटी चला गया। बेंगलुरु और हैदराबाद में भी बिताया। बेंगलुरु में रहते वक्त उनके साथ लाला की धनीपुर गांव के ताजउद्दीन चौधुरी के बेटे साब्बीर अहमद चौधुरी से मुलाकात हुई।
इसके बाद वह साब्बीर के साथ उनके घर आया और यहां आकर उसने कथित तौर परसाब्बीर के पिता ताजउद्दीन को मोहम्मद सियाम उद्दीन ने अपना कानूनी पिता दिखा कर सभी भारतीय दस्तावेज तैयार किए। सियाम उद्दीन ने कथित तौर पर खुलासा किया कि वह ताजउद्दीन के माध्यम से अवैध रूप से विदेश जाने के लिए भारत आया था।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने धनीपुर के ताजउद्दीन चौधुरी को भी गिरफ्तार कर लिया। आज दोनों को हाइलाकांदी अदालत में पेश किया गया हैं। असम में इन दिनों पुलिस बांग्लादेशियों को दबोचने हेतु विशेष अभियान चलाया हुआ है। सूबे के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा हालही में कड़े सन्देश दिए थे कि ‘बांग्लादेशियों को छोड़ा नहीं जाएगा। असम पुलिस अपनी कार्रवाई को जारी रखेगा।
शंकरी चौधुरी