असम भाजपा के संस्थापक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कबीन्द्र पुरकायस्थ को असम विश्वविद्यालय, सिलचर द्वारा, डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी, मानद उपाधि, से सम्मानित किया गया। कवींद्र पुरकायस्थ के निवास मकान पर एक छोटे स्तर पर समारोह का आयोजन किया। असम विवि के कुलपति प्रो. राजीव मोहन पंत ने कबिन्द्र पुरकायस्थ को यह सम्मान दिया।
आखिर क्या कहा कबीन्द्र दा ने पूरा वीडियो देखें।
इस अवसर पर आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक शशिकांत चौथाईवाले, राज्य सभा सांसद मिशन रंजन दास, विशिष्ट समाजसेवी महावीर प्रसाद जैन सहित विधायक कौशिक राय, दीपायन चक्रवर्ती, भाजपा के वरिष्ठ नेता अवधेश कुमार सिंह सहित शिक्षा, व्यवसाय, पत्रकारिता, एवं राजनीतिक क्षेत्र से बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।
कुलपति पंत ने कहा कि कवीन्द्र पुरकायस्थ एक विद्वान व्यक्ति है। उनके सानिध्य प्राप्त होना उनके लिए गौरव की बात है। वह एक एकलव्य शिष्य की तरह शिक्षाविद कबिन्द्र पुरकायस्थ से बहुत कुछ ज्ञान हासिल किया है। उनकी उपस्थिति ही हम सबको काम करने के लिए प्रेरणा देती है।
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मानद सम्मान देकर असम विवि अपने को भाग्यशाली महसूस करता है। पुरकायस्थ जी का योगदान और सेवा हमारे समाज के लिए एक उज्ज्वल उदाहरण है। उन्होंने क्षेत्र या पुरे समाज में असाधारण योगदान दिया है। समाज के प्रति समर्पित रहे हैं। असम विवि ऐसे विद्वान व्यक्ति को मानद उपाधि से सम्मान प्रदान कर स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि हालही में असम विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। कबीन्द्र पुरकायस्थ शरीर अस्वस्थता कारण नहीं जा सके। ऐसे में उनके घर पर ही समारोह हुआ और उन्हें उपरोक्त उपाधि से नवाजा गया। इस अवसर पर कबीन्द्र पुरकायस्थ ने अपने संबोधन में कहा कि मानव सेवा से ही उचित सम्मान मिलता है। क्षेत्र कोई भी हो, लेकिन मानव को जनसेवा कार्य से जोड़े रखना चाहिए। अपने संक्षिप्त संबोधन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें कही।
योगेश दुबे