- ऑल खासी मेघालय टूरिस्ट टैक्सी एसोसिएशन और मोटर परिवहन सेवा कर्मी संयुक्त मंच, असम के बीच विवाद
असम और मेघालय के टूरिस्ट वाहनों के बीच एक बार फिर विवाद बढ़ गया है। ऑल खासी मेघालय टूरिस्ट टैक्सी एसोसिएशन ( एकेएमटीटीए) द्वारा राज्य सरकार से पर्यटन स्थलों पर असम पर्यटक टैक्सियों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने की मांग के बाद असम के परिवहन संचालकों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मोटर परिवहन सेवा कर्मी संयुक्त मंच के बैनर तले असम के परिवहन संचालकों ने कहा है कि यदि मेघालय के टैक्सी एसोसिएशन उन्हें लोकप्रिय पर्यटन स्थलों तक जाने की अनुमति नहीं देते हैं, तो वे मेघालय में सभी पर्यटक परिचालनों को रोक देंगे या प्रतिबंधित कर देंगे।
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मंच ने कहा, यदि मेघालय के सभी टूरिस्ट स्थलों पर पर्यटक वाहनों की मुक्त आवाजाही को रोकना, नुकसान पहुंचाने या बाधित करने जैसी कोई भी अवैध या अनैतिक गतिविधि होती है, तो संयुक्त मंच के रूप में उन्होंने निर्णय लिया है और वह पर्यटक कैब संचालकों, ट्रकों, बसों, पेट्रोलियम टैंकरों के सभी संघों से असहयोग का पालन करेंगे। इससे पर्यटन क्षेत्र बहुत लंबे समय तक बुरी तरह से बाधित होगा।
मंच ने कहा, इसका प्रभाव हो सकता है, क्योंकि मेघालय स्थित टैक्सी संचालकों को भी गुवाहाटी हवाई अड्डे या रेलवे स्टेशन से पर्यटकों को लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह के व्यवधानों से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आ सकती है, जिसका स्थानीय व्यवसायों की आजीविका पर गंभीर असर पड़ेगा, जिसमें स्ट्रीट वेंडर, होटल, रेस्तरां, ऑटोमोबाइल उद्योग, पेट्रोल पंप, टोल गेट, दर्शनीय स्थल और पार्किंग लीजधारक शामिल हैं। क्योंकि यह खबर सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में फैल सकती है।
मंच ने यह भी चिंता व्यक्त की कि प्रत्येक राज्य के लिए अलग-अलग वाहनों का उपयोग करने से यात्रा की लागत में काफी वृद्धि होगी, जो इस क्षेत्र में पर्यटन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। उल्लेखनीय है इसके पहले भी एकेएमटीटीए ने असम के टूरिस्ट वाहनों को शिलोंग तक सीमित रखने की मांग की थी, जिसके बाद बड़ा बवाल भी हुआ था। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मामले को सुलझाने के भी प्रयास चल रहे हैं।