एयर मार्शल सूरत सिंह ने पहली अक्टूबर, मंगलवार को भारतीय वायु सेना के पूर्वी वायु कमान ( ईएसी ) के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ ( एओसी ) का पदभार संभाला। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं और 6 दिसंबर 1986 को भारतीय वायुसेना के फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुए थे।
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एयर ऑफिसर ने भारतीय वायु सेना के विभिन्न लड़ाकू विमानों को उड़ाया है, जिसमें मिग-21, मिग-29 और एसयू-30 एमकेआई के वेरिएंट शामिल हैं। वे कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, ऑस्ट्रेलिया और नेशनल डिफेंस कॉलेज, बांग्लादेश से स्नातक हैं। उनके पास ऑपरेशनल फ्लाइंग, ट्रेनिंग और स्टाफ असाइनमेंट का समृद्ध और विविध अनुभव है और उन्होंने लड़ाकू विमानों पर 2900 घंटे से अधिक उड़ान भरी है।
वायु सेना अधिकारी ने मिग-29 स्क्वाड्रन, टैक्टिक्स एंड एयर कॉम्बैट डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट ( टीएसीडीई) एक वायु रक्षा नोड और लड़ाकू स्टेशन की कमान संभाली है। उन्होंने वायु सेना निरीक्षण निदेशालय (डीएएसआई ), वायु सेना मुख्यालय में निदेशक के रूप में कार्य किया है, दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान में एयर-I रहे हैं, कार्मिक (अधिकारी) निदेशालय और संचालन निदेशालय (आक्रामक) में प्रधान निदेशक और वायु सेना संचालन (अंतरिक्ष) के सहायक प्रमुख रहे हैं।
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अपनी वर्तमान नियुक्ति को संभालने से पहले, वे वायु सेना मुख्यालय में वायु सेना संचालन महानिदेशक थे। वे अपने वर्तमान कार्य में परिचालन अनुभव का खजाना लेकर आए हैं। अपनी विशिष्ट सेवा के सम्मान में, वायु सेना अधिकारी को 2006 में वायु सेना पदक, 2011 में विशिष्ट सेवा पदक और 2015 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
Yogesh Dubey