Friday, December 27, 2024

मेघालय में बाढ़ का कहर, गारो हिल्स में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या 10 हुई, मुख्यमंत्री कोनराड ने की बाढ़ स्थिति की समीक्षा

 

मुख्यमंत्री कोनराड ने प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों की मदद के लिए दिए निर्देश

मेघालय में भारी बारिश से हालात बेहद खराब है। भारी बारिश के चलते राज्य में बाढ़ आ गई है। कई लोगों के मारे जाने की खबर है। भारी बारिश के बाद मेघालय के गारो हिल्स में कल यानी शुक्रवार से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। इसके साथ ही कई इलाकों में भूस्खलन भी हुई।

बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा

बाढ़ और भूस्खलन संबंधी घटनाओं में एक ही दिन में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, 17 गांवों के 2364 लोग बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। भूस्खलन के कारण कई सड़कें भी कट गई हैं। खासकर पश्चिमी गारो हिल्स और दक्षिण गारो हिल्स जिलों में हुआ है।

मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने गारो हिल्स में जारी बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। बाढ़ सभी पांच जिलों, विशेष रूप से दक्षिण गारो हिल्स और पश्चिम गारो हिल्स को प्रभावित किया है। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा है कि शुक्रवार आधी रात से लगातार हो रही बारिश के कारण पश्चिम गारो हिल्स के दालू क्षेत्र और मैदानी इलाकों में बाढ़ आ गई है, दक्षिण गारो हिल्स में गैसुआपारा भी बुरी तरह प्रभावित है, जहां एक पुल बह गया है।

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दालू में 3 नागरिकों की जान चली गई है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि जारी करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सरकार से किसी भी तरह की सहायता मांगने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है। दक्षिण गारो हिल्स गैसुआपारा पुलिस थाने के अंतर्गत हटियासिया सोंगमा नामक गांव में सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वे भूस्खलन के नीचे दब गए थे। एनडीआरएफ की टीम इलाके में खोज और बचाव अभियान चला रही है।

कई भूस्खलनों के कारण दालू से बाघमारा और अन्य स्थानों पर सड़क संपर्क बाधित हो गया है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को दालू-बाघमारा क्षेत्र में सड़क संपर्क बहाल करने के लिए वैकल्पिक मार्गों की पहचान करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि जो लकड़ी के पुल बह गए हैं और क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें फिर से बनाया जाना चाहिए। उन्होंने निर्माण के लिए बेली ब्रिज तकनीक की सिफारिश की है। यह एक मॉड्यूलर, प्रीफैब, ट्रस ब्रिज डिजाइन है जो त्वरित असेंबली और आसान परिवहन की अनुमति देता है।

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मुख्यमंत्री ने बैठक में बताया कि राज्य में सभी लकड़ी के पुलों की पहचान कर ली गई है और उन्हें नए निर्माणों से बदल दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार तक क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में बिजली बहाल कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सार्वजनिक जीवन को आसान बनाने और पर्याप्त राहत अभियान सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को स्थिति की लगातार निगरानी करने के लिए अधिकारियों के साथ हाई अलर्ट पर रहने को भी कहा है।

योगेश दुबे

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