फाइल फोटो : असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा।
- पूर्व विधायक सह हुसैनाबाद से बसपा प्रत्याशी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद किया दाखिल
- हुसैनाबाद में भाजपा प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह के नामांकन सभा में डॉ. शर्मा ने दिया था विवादित बयान
झारखंड, जपला (पलामू)। पूर्व विधायक सह हुसैनाबाद से बसपा प्रत्याशी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मेदिनीनगर के न्यायालय में असम के मुख्यमंत्री तथा झारखंड सह प्रभारी डॉ. हिमंत विश्व शर्मा पर परिवाद दर्ज कराया है। परिवाद में उन्होंने जिक्र किया है कि हुसैनाबाद से भाजपा प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह के नामांकन के बाद कर्पूरी मैदान में आयोजित सभा में असम के मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने के लिए विवादित बयान दिया था।
उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि यह हुसैन कौन है। यह हुसैन कहां से आया। जिसके नाम पर इलाके का नाम हुसैनाबाद का रखा गया है। वह उसका नाम बदल देंगे। राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर हुसैनाबाद जिला बनेगा, लेकिन उसका नाम हुसैनाबाद नहीं होगा। किसी महापुरुष के नाम पर जिला बनेगा। उन्होंने कहा कि हुसैनाबाद की जनता आपसी सौहार्द्र के साथ रहती है, यहां के लोगों में किसी संप्रदाय के प्रति द्वेष या कटुता नहीं है। सांप्रदायिक वैमनस्यता पैदा करने के लिए इस तरह का बयान देना लोगों की भावना को ठेस पहुंचा है। उन्होंने डॉ. शर्मा पर सुसंगत धाराओं के तहत संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
ज्ञातव्य हो कि बहरागोड़ा में गत बुधवार को असम के मुख्यमंत्री ने महिला सम्मेलन को संबोधित करते दौरान भी उन्होंने कहा था कि झारखंड की राजनीति धीरे-धीरे घुसपैठियों के हाथ में जा रही है। संथाल परगना में भारी संख्या में दाखिल हो चुके घुसपैठियों ने वहां का सामाजिक वातावरण खराब कर दिया है। झारखंड में भाजपा की सरकार बनते ही बांग्लादेश से आए इन घुसपैठियों को कानून बनाकर निकाल बाहर किया जाएगा। यहां दिनों दिन हिंदुओं व आदिवासियों की संख्या घटती जा रही है। आलमगीर आलम और इरफान अंसारी जैसे नेता घुसपैठियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
साभार – दैनिक जागरण