असम सरकार के कृषि, सिंचाई एवं शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के लिए था जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम
मंगलवार को सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र द्वारा ‘सूचना सुरक्षा एवं प्रगतिशील प्रौद्योगिकी’ विषय पर असम सरकार के कृषि, सिंचाई एवं शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के लिए एक जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की एक वैज्ञानिक अनुसंधान एवं विकास संस्था है। यह प्रशिक्षण परियोजना इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित है।
यह प्रशिक्षण ‘आईटी और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से पूर्वोत्तर राज्यों के सरकारी अधिकारियों को तकनीकी क्षेत्र में सशक्त करने के लिए आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य सरकारी कर्मियों को आईटी और साइबर सुरक्षा में आवश्यक ज्ञान से परिपूर्ण करना था। प्रशिक्षण सत्र के कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के निदेशक प्रोफेसर डॉ. दिलीप कुमार वैद्य उपस्थित थे। सम्मानित अतिथि के रूप में सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र के निदेशक जितेश चौधरी उपस्थित थे। प्रशिक्षण का शुभारंभ से पहले दोनों संस्थानों के निर्देशकों ने प्रदीप प्रज्वलित किए।
मंच पर विशेष अतिथि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के निदेशक प्रोफेसर डॉ. दिलीप कुमार वैद्य का स्वागत सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र के निदेशक श्री जितेश चौधरी ने किया एवं सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र के निदेशक श्री जितेश चौधरी का स्वागत सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र के प्रशासनिक अधिकारी श्री आलोक दे ने किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र के निदेशक जितेश चौधरी के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने कार्यक्षेत्र में तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने में प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जोर दिया तथा सी-डैक के पिछले तीन दशकों में अर्जित उपलब्धियों एवं परियोजनाओं के सफल संचालन के महत्वपूर्ण विषयों को साझा किया।
इसके बाद, विशेष अतिथि प्रोफेसर डॉ. दिलीप कुमार वैद्य ने साइबर सुरक्षा पर अपने ज्ञानवर्धक विचार से सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि साइबर सुरक्षा न केवल आपके कार्यक्षेत्र में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में ही गहरा महत्व रखता है। इस प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए निदेशक ने मार्गदर्शित किया कि ऐसी प्रशिक्षण हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है तथा इसमें कुशलतापूर्वक प्रशिक्षित होने से हम इसके कई प्रकार के हानि और लाभ के बारे में सजग और सतर्क रह सकते हैं।
इस ऊर्जा सत्र के समापन एवं मंचासीन अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सी-डैक सिने के प्रशासनिक अधिकारी श्री आलोक दे ने परियोजना के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की और प्रतिभागियों के कार्यक्षेत्र विकास के लिए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन सी-डैक पूर्वोत्तर केंद्र के हिंदी अधिकारी गिरिधारी शर्मा ने की। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षकों में आलोक दे (प्रशासनिक अधिकारी, सी-डैक सिने (ऑफ़लाइन), श्री हर्षवर्धन सोनी – तकनीकी सहायक सी-डैक सिने (ऑफ़लाइन), श्री दिव्यांशु कुमार – वैज्ञानिक बी, सी-डैक सिने (ऑफ़लाइन) डॉ. अशोक कुमार – वैज्ञानिक डी, सी-डैक सिने (ऑफ़लाइन) ने सत्र दिया।
इस कार्यक्रम में असम सरकार के सिंचाई, शिक्षा एवं कृषि विभागों के सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया ताकि डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण एवं प्रगतिशील प्रौद्योगिकियों के बारे में उनकी ज्ञान एवं अनुभव को और विकसित किया जा सके। 6 घंटे के प्रशिक्षण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लॉकचेन और साइबर सुरक्षा सहित प्रमुख विषयों को सम्मिलित किया गया, जिसमें सरकारी कार्यों में डेटा सुरक्षा और परिचालन अखंडता को बढ़ाने में उनके अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित किया गया। सत्रों में परस्पर संवादात्मक चर्चाएँ शामिल थीं, जिससे प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा उपायों और सार्वजनिक क्षेत्र में एआई और ब्लॉकचेन के रणनीतिक उपयोग में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्राप्त करने में सक्षम बनाया गया। उपस्थित लोगों की प्रतिक्रिया अत्यधिक सकारात्मक थी, जो सुरक्षित और कुशल सरकारी संचालन सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
जवाहर लाल पांडेय