मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने गोमांस पर प्रतिबंध के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा और धुबड़ी के सांसद रकीबुल हुसैन पर तंज कसा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि अगर एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन बोरा कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन के बयान के समर्थन में पत्र लिखते हैं तो वह गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि असम में गोमांस का सेवन गैरकानूनी नहीं है, लेकिन कुछ विशेष क्षेत्रों में ही इसे प्रतिबंधित किया गया है।
अब यह मुद्दा अब कांग्रेस के नेतृत्व के सामने है और यदि वे इस मुद्दे पर समर्थन देते हैं तो वह गोमांस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का कदम उठाएंगे। डॉ. अपने महत्वपूर्ण बयान में कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा से गोमांस पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया। यदि कांग्रेस अध्यक्ष उन्हें लिखित में ये मांग करेंगे तो वह गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं।
दरअसल कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने लगातार पांच बार कांग्रेस के नियंत्रण में रहे मुस्लिम बहुल समागुरी को जीतने के लिए गोमांस बांटा, डॉ. शर्मा ने कहा कि उन्हें खुशी है कि विपक्षी दल ने इस मामले को उठाया। वह जानना चाहते है कि क्या कांग्रेस मतदाताओं को गोमांस की पेशकश करके सामागुरी को जीत रही थी। डॉ. शर्मा ने कहा कि वह सामागुरी को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। क्या इसका मतलब यह है कि गोमांस की पेशकश करके सामागुरी को जीता जा सकता है?
आगे कहा कि वह हुसैन के बयान की पृष्ठभूमि में गोमांस पर अपने रुख के बारे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लिखेंगे। तो, मैं भूपेन बोरा को लिखूंगा और उनसे पूछूंगा कि क्या वह भी रकीबुल हुसैन की तरह गोमांस पर प्रतिबंध लगाने की वकालत करते हैं, और मुझे बताएं।
बराक घाटी से किस विधायक को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने वाला इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में जल्द पता चल जाएगा। मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जा रहा, उन्होंने बहुत चतुराई से टाल गए। वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी अमानवीय अत्याचार को इंसानियत की दृष्टि से गलत करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा उन्हें भरोसा है देश के प्रधानमंत्री में इस दिशा में निश्चित रूप से ठोस कदम उठाएंगे।
हालांकि सीमा घुसपैठ के संबंध में बोले कि जो भी घुसपैठिए पकड़े गए, हिंदू नहीं मुस्लिम समुदाय के लोग हैं। मणिपुर हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मणिपुर, खासकर जिरीबाम, हिंसा का असर असम में न पड़े उसके लिए एहतियातन अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। शहर के फ्लाईओवर को लेकर मीडिया द्वारा किए सवालों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि धरातल पर जल्द काम दिखाई देगा।