‘दिनेश प्रसाद ग्वाला स्मृति पुरस्कार और अमरनाथ खंडेलवाल स्मृति पुरस्कार प्रदान किया गया’
शिलचर। रविवार को हिंदी भवन में बराक हिंदी साहित्य समिति द्वारा आयोजित ‘दिनेश प्रसाद ग्वाला स्मृति पुरस्कार’ प्रदान समारोह में बराक घाटी के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया । विद्यार्थियों को ‘दिनेश प्रसाद ग्वाला स्मृति पुरस्कार ‘प्रदान किया गया। कुल 109 छात्र – छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किया।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री स्वर्गीय दिनेश प्रसाद ग्वाला के परिवार के सौजन्य से प्रत्येक वर्ष इस सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा मेधावी विद्यार्थी अभिनंदन समारोह में विश्वविद्यालय में उत्तीर्ण बराक घाटी के विद्यार्थियों को ‘अमरनाथ खंडेलवाल स्मृति पुरस्कार” प्रदान किया गया ।
समिति के अध्यक्ष परमेश्वर लाल काबरा की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मंच पर असम चाय निगम के अध्यक्ष व दिनेश प्रसाद ग्वाला स्मृति पुरस्कार प्रदान के प्रमुख राजदीप ग्वाला, समाजसेवी तथा समिति के दो पूर्व अध्यक्ष उदय शंकर गोस्वामी और महावीर प्रसाद जैन, असम विश्वविद्यालय के प्रो. शुभजीत राय चौधरी, तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम, सिलचर के मानव-संसाधन एवं कार्मिक विभाग के उप महाप्रबंधक मनीष चंचल सहित कुंजबिहारी ग्वाला मौजूद रहे।
इसके अलावा इस अवसर समिति के उपाध्यक्ष बाबुल नारायण कानू, महासचिव दुर्गेश कुर्मी सहित डॉ• रंजन सिंह, अरुण कुमार महतो, युगल किशोर त्रिपाठी, कन्हैया लाल सिंगोदिया, लालन प्रसाद ग्वाला ( प्रचार सचिव ), प्रमोद जायसवाल, श्रीमती बिंदु सिंह, श्रीमती अपर्णा तिवारी, अनंत लाल कुर्मी, राजन कुंवर, हरीश काबरा, श्रीमती कमला थापा ( सोनार ), हरिनारायण वर्मा, अनूप पटवा, विश्वजीत कोइरी,मनोज कुमार साह आदि की उपस्थिति रही । प्रदीप कुमार कुर्मी ने कुशल संचालन किया ।
राजदीप ग्वाला ने पुरस्कार प्रदान बाद अपने संबोधन में छात्र – छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कहा कहा इस तरह के आयोजन से अपने पिता को याद करते हैं। खेल सह अन्य कई कार्यक्रमों के आयोजन कर अपने पिता स्व. दिनेश प्रसाद ग्वाला स्मरण करते हैं। भारत युवा देश है और युवाओं के कंधे पर आधुनिक भारत कैसा होगा यह वे तय करेंगे। बराक घाटी के छात्र सही पथ पर चले इसके लिए उनका उचित मार्गदर्शन तथा प्रोत्साहित करना होगा।
महावीर प्रसाद जैन ने अपने संबोधन में समिति द्वारा आयोजित समारोह की सराहना की । उन्होंने कहा कि स्व. दिनेश प्रसाद ग्वाला ने के अतुलनीय योगदानों को भुलाया नहीं जा सकता। समिति को भवन हेतु भूमि उपलब्ध कराने से लेकर विभिन्न सहयोग किया है। बराक घाटी के विकास और कई अन्य कार्यों में स्व. ग्वाला ने अच्छा काम किया है। चाय बागानों में श्रमिक नेता के रूप उभरे और जनता के प्रति समर्पित रहें। स्व. अमरनाथ खंडेलवाल को याद किया, जिन्होंने इस समिति और हिंदी भाषी समाज के लिए अतुलनीय योगदान दिया है।
उदय शंकर गोस्वामी ने अपने संबोधन में कहा कि छात्रों के उत्साह वर्धन हेतु इस तरह के आयोजन आगे भी जारी रहना चाहिए। उन्होंने स्व. दिनेश प्रसाद ग्वाला को याद करते हुए कहा कि उनकी अनुपस्थिति समाज को आज भी खलता है। हिंदी भाषी समाज के लिए उनका समर्पण भाव सराहनीय था। समाज के विकास और अन्य क्षेत्रों में स्व• ग्वाला के योगदानों को याद किया जाता रहेगा ।
इसके पूर्व समिति के अध्यक्ष परमेश्वर लाल काबरा ने स्वागत भाषण रखा। स्व. दिनेश प्रसाद ग्वाला के संबंध में महासचिव दुर्गेश कुर्मी ने वक्तव्य रखा। उसके पूर्व समिति ने गोस्वामी तुलसीदास जयंती समारोह मनाया। सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में संत तुलसीदास की प्रतिमा के सामने दीपक प्रज्वलित किया गया। हनुमान चालीसा और रामायण की चौपाइयां पढ़ी गई।
योगेश दुबे