Wednesday, April 23, 2025

मेघालय : एनएच 6 पर मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य सितंबर में होगा शुरू, एनएचएआई ने की घोषणा

  • जीर्ण-शीर्ण अवस्था में राष्ट्रीय राजमार्ग 6
  • असम के बराक घाटी, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण जीवनरेखा, राजमार्ग को वर्षों की उपेक्षा और भारी बारिश के कारण लगातार भूस्खलन के कारण व्यापक नुकसान हुआ है

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने घोषणा की है कि मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स में जीर्ण-शीर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग 6 पर प्रमुख मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य सितंबर में शुरू होगा, जब बारिश कम हो जाएगी। यह आश्वासन स्थानीय अधिकारियों द्वारा कुलियांग में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद राजमार्ग की स्थिति का आकलन करने के लिए विधायक सांता मैरी शेला, उपायुक्त शिवांश अवस्थी और पुलिस अधीक्षक गिरि प्रसाद सहित संयुक्त निरीक्षण के बाद आया है।

ज्ञातव्य हो कि भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी, जिससे यात्री फंस गए थे। असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण जीवनरेखा, राजमार्ग को वर्षों की उपेक्षा और भारी बारिश के कारण लगातार भूस्खलन के कारण व्यापक नुकसान हुआ है। हर दिन तमाम गाड़ियां मुख्य मार्ग पर फंस जाती हैं। नतीजतन घंटो सड़क जाम रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग बहुत जर्जर अवस्था में है।

असम के कछार जिले के गुमड़ा, मालिडहर से लेकर मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स के सोनापुर और कुलियांग खंड में राष्ट्रीय राजमार्ग 6 बहुत दयनीय स्थिति है। सड़क मार्ग के माध्यम से गुवाहाटी – बराक घाटी के बीच सफर करने वाले यात्रियों की वाहनों में बैठे – बैठे दुर्गत हो जाती है। चालकों के हाथो में यात्रियों की जिंदगी होती है। पुरे सफर में यात्री कराह रहे होते हैं। राजमार्ग पर तालाब जैसे बड़े – बड़े गड्ढे बन गए हैं। इस वजह से हर दिन जान का खतरा बना रहता है।

फ़िलहाल एनएचएआई के परियोजना निदेशक आनंद सिंह चौहान ने कहा कि इस बीच मलबा हटाने और स्थिरीकरण का काम जारी रहेगा, साथ ही यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए भूस्खलन-प्रवण खंड पर दो उत्खनन मशीनें तैनात की गई हैं। विदित हो कि ईस्ट जयंतिया हिल्स के स्थनीय लोगों ने अनेक मर्तबा इस राजमार्ग के मरम्मत के लिए आंदोलन कर चुके है। इसके पूर्व केंद्र में नरेंद्र मोदी तीसरी बार सरकार गठन बाद कई प्रमुख राजमार्गों सहित एनएच 6 रूट पर काम के लिए फंड की मंजूरी दी है।

बताते चलें कि इस राजमार्ग के लिए केएसयू समेत अनेक संगठनों ने कई मर्तबा आंदोलन किया है। जर्जर सड़क के लिए मेघालय उच्च न्यायालय  सरकार को फटकार लगा चुकी है। बहरहाल सबको यही आशा है कि जल्द एचएच 6 का मरम्मत एवं पुनर्निर्माण हो ताकि आवागमन सहज हो सके।

  • योगेश दुबे 

Popular Articles