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साहित्य मित्र संस्था ने कांवड़ियों के पांव धोकर चिकित्सा सेवा की
माहेश्वरी सभा द्वारा, सचिव ओम प्रकाश तापङिया के नेतृत्व में, शिलचर से लगभग दस किमी दूर श्रीकोना, बराक नदी से शहर में स्थित नरसिंह अखाड़ा मंदिर तक कावड़ यात्रा निकाली गई। सभी कांवड़ियों को कांवड़ एवं कलश के साथ पहले वाहनों से श्रीकोना पहुंचाया गया। नदी से कलश में जल भरकर लोग बोल बम के नारे के साथ शिलचर के नरसिंह अखाड़ा मंदिर के लिए निकल पड़े।
कांवड़ियों की टोली ने हर हर शंभु के जयकार लगाए। नरसिंह अखाडा में पहुंचकर शिवलिंग का जलाभिषेक के साथ विधिवत पूजा – अर्चना की। पूजारी अर्नेश मिश्रा द्वारा आरती की गई। मंदिर संचालन समिति के सचिव विकास शारदा सहित अन्य पदाधिकारियों की तरफ से जलाभिषेक तथा पूजा के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी।
गिरिजा शंकर अग्रवाल के प्रयासों से कुछ अग्रवाल एवं अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया। अल्पाहार में पारस स्वीट ने मिठाई भेंट की तथा कावङियों एवं आमंत्रित अतिथियों ने हिस्सा लिया।
साहित्य मित्र संस्था ने कांवड़ियों के पांव धोकर चिकित्सा सेवा की। सनद हो कि अध्यक्ष मदन सुमित्रा सिंघल ने निरंतर 1998 से चिकित्सा सेवा को जारी रखा है।