Thursday, June 19, 2025

अब तत्काल रेल टिकट के लिए ये नियम का करना होगा अनुसरण, भारतीय रेलवे ने आम यात्रियों के लाभार्थ तत्काल टिकट योजना में किया संशोधन

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सामान्य यात्रियों, विशेषकर आम लोगों और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को कंर्फ्मड तत्काल टिकट प्राप्त करने का उचित अवसर सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय रेलवे ने कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। इन सुधारों का उद्देश्य टिकट बुकिंग प्रणाली के दुरुपयोग को रोकना, पारदर्शिता बढ़ाना और इसे अधिक सुलभ एवं यात्री अनुकूल बनाना है।

इनमें से कई उपाय पहले ही लागू किए जा चुके हैं, जबकि कुछ और महत्वपूर्ण संशोधन निकट भविष्य में लागू किए जाएंगे। पिछले छह महीनों में, भारतीय रेलवे ने बॉट सॉफ्टवेयर के माध्यम से अनुचित बुकिंग करने वाले 2.5 करोड़ से अधिक संदिग्ध आईआरसीटीसी यूजर आईडी को ब्लॉक कर दिया है। आज से प्रभावी कुछ मुख्य सॉफ्टवेयर संशोधन भी किए गए हैं, जिससे प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाया गया है। इन प्रयासों से यात्रियों को उल्लेखनीय रूप से लाभ हुआ है, विशेष रूप से पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अंतर्गत विभिन्न स्टेशनों पर। कई लोगों ने कन्फर्म तत्काल टिकटों की सफल बुकिंग होने की जानकारी दी है और प्रणाली की बेहतर दक्षता एवं निष्पक्षता के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की है।

तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने के लिए आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण सुधार किए जा रहे हैं। एक प्रमुख संशोधन के तहत 1 जुलाई, 2025 से केवल आधार सत्यापित उपयोगकर्ता ही आईआरसीटीसी ऐप के माध्यम से तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, 15 जुलाई 2025 से ओटीपी आधारित आधार प्रमाणीकरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिससे टिकट बुकिंग में एक अतिरिक्त सुरक्षा स्तर जुड़ जाएगा। व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए तत्काल ई-टिकट बुकिंग में आधार को अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे उपयोगकर्ताओं की प्रामाणिकता सुनिश्चित हो और दुरुपयोग की संभावना कमहो।

नई प्रणाली के अंतर्गत, तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 30 मिनट यानी एसी क्लास के लिए सुबह 10:00 से 10:30 बजे तक और नॉन-एसी क्लास के लिए सुबह 11:00 से 11:30 बजे तक विशेष रूप  से आईआरसीटीसी वेबसाइट/ऐप या रेलवे स्टेशनों पर पीआरएस (यात्री आरक्षण प्रणाली) काउंटरों के माध्यम से बुकिंग करने वाले केवल व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए आरक्षित रहेंगे। ट्रैवल एजेंट और अधिकृत एजेंसियों को तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति इन विशेष समयावधि के बाद ही मिलेगी, अर्थात एसी के लिए सुबह 10:30 बजे से और नॉन-एसी के लिए सुबह 11:30 बजे से।

इससे वास्तविक और आम यात्रियों को कंर्फ्मड टिकट मिलने की संभावना अधिक होगी। साथ ही, तत्काल टिकट की बुकिंग की प्रामाणिकता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक नया मोबाइल सत्यापन प्रक्रिया शुरू की जा रही है। अब यात्रियों या उनके प्रतिनिधियों को तत्काल टिकट बुकिंग के समय मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा। दिए गए मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा और केवल सफल सत्यापन के बाद ही टिकट जारी किया जाएगा।

विंडो टिकट बुकिंग के लिए यह मोबाइल ओटीपी-आधारित सत्यापन 15 जुलाई 2025 से लागू किया जाएगा। उसी समय, समावेशिता और असुविधा से बचने की सुनिश्चितता के लिए, आधार के बिना यात्रियों को फिलहाल पीआरएस काउंटरों और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति जारी रहेगी, जबकि वास्तविक उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और दुरुपयोग को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय लागू रहेंगे। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे इन संशोधनों को अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत सक्रियता से लागू कर रहा है, ताकि इस क्षेत्र के यात्रियों को लाभ मिल सके।

ये उपाय न केवल सुविधा और सुरक्षा बढ़ाते हैं, बल्कि वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कंर्फ्मड टिकट मिलने की संभावना को भी काफी हद तक बढ़ाते हैं। पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हुए और प्रणाली के दुरुपयोग को रोकते हुए, भारतीय रेलवे विशेष रूप से पू. सी. रेलवे, लाखों यात्रियों के लिए अधिक न्यायसंगत और कुशल टिकट बुकिंग अनुभव प्रदान करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। पूसी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी इसकी जानकारी दी।

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