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विधान दत्ता नामक चालक की बेरहमी से हत्या बाद ट्रक चोरी करने और लदे सामान को बेचने के आरोप में पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं। कछार पुलिस की विशेष टीम ने केस को सुलझाया। मीडिया के साथ बातचीत में पुलिस अधीक्षक नुमाल महत्ता ने घटना के संबंध में जानकारी साझा की। गिरफ्तार लोगों की पहचान हैलाकांदी जिले के कटलीचेरा निवासी अमल पाल (35), लाला निवासी सहरुल इस्लाम लस्कर (27), बख्तियार हुसैन लस्कर (32), संजीव अहमद लस्कर (42) और कछार के कचुधरम निवासी दिलवर हुसैन लस्कर (29) के रूप में हुई है।
अमल पाल मृतक चालक विधान दत्ता का चचेरा भाई था। मृतक चालक विधान दत्ता कटलीचेरा का निवासी था। 3 जनवरी को वह एक ट्रक में सोयाबीन, वनस्पति तेल और गाय का चारा लेकर गुवाहाटी से मणिपुर के चुराचांदपुर के लिए निकला था। उसके बाद से उसका पता नहीं चला है। ट्रक में लदे सामान के मालिक गुवाहाटी निवासी राम बहादुर गुप्ता ने सिलचर सदर पुलिस स्टेशन में घटना की सूचना दी। घटना की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध निवारण) आर.के.पॉल के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया। इस टीम के अन्य सदस्यों में सदर थाना प्रभारी अमृत कुमार सिंह और टीएसआई शुभ्रा ज्योति दत्ता शामिल थे।
विभिन्न पहलुओं की जांच के बाद पुलिस ने अमल पाल, सहरुल इस्लाम लस्कर, बख्तियार हुसैन लस्कर, संजीव अहमद लस्कर और दिलवर हुसैन लस्कर को गिरफ्तार कर लिया। फिर पिछले हफ्ते विधान दत्ता का शव मेघालय के लूमश्नोंग इलाके में एक पहाड़ी इलाके से बरामद किया गया। इसके अलावा असम-मिजोरम सीमा क्षेत्र से लॉरी भी बरामद की गई। हालांकि, लॉरी में कोई सामान नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक नुमाल महत्ता ने बताया कि विधान दत्ता के रिश्तेदार अमल का उनसे वित्तीय विवाद चल रहा था।
3 जनवरी को जब विधान ट्रक लेकर गुवाहाटी से निकला तो अमल ने किसी तरह उसे अपने साथ चलने के लिए बहला फुसला लिया। जैसा कि योजना बनाई गई थी, अमल का साथी सहरुल रास्ते मेंमेघालय के लूमश्नोंग क्षेत्र में उनका इंतजार कर रहा था। वहां पहुंचने के बाद सहरुल भी उनके साथ शामिल हो गया। इसके कुछ समय बाद, उन्होंने विधान की हत्या कर दी और उसके शव को टोल गेट के पास पहाड़ी क्षेत्र में फेंक दिया। फिर वे ट्रक से सिलचर आये।
सिलचर पहुंचकर उन्होंने ट्रक का सारा माल बेच दिया। माल को श्रीकोना के असेब हुसैन बरभुइया (25 वर्ष) को 5,80,000/- रुपये के बदले में बेच दिया गया था, तदनुसार असेब हुसैन बरभुइया (25 वर्ष), श्रीकोना और तफिजुल हुसैन बरभुइया उर्फ रमीज (31 वर्ष), कलाइन, को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने अंत में चोरी के माल का सौदा किया। इसके बाद ट्रक को दूसरे राज्यों में बेचने के लिए बख्तियार, संजीव और दिलवर से संपर्क किया। मौके का फायदा उठाकर बख्तियार ट्रक को मिजोरम ले गए और बेचने के लिए दोनों राज्यों के सीमावर्ती इलाके में छिपा दिया। वहां से ट्रक को जब्त कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि इस घटना में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ से प्राप्त जानकारी के आधार पर आगे की जांच जारी है। ट्रक में लोड सामान के मालिक राम बहादुर गुप्ता ने बताया चालक विश्वासी था। 6 जनवरी से उन्हें ट्रक के बारे में कोई पता नहीं चला, जिसके बाद पुलिस की मदद ली। गाड़ी में लगभग 20 लाख का सामान लोड था। पुलिस अधीक्षक महत्ता ने मीडिया के सवाल के उत्तर में कहा कि इस तरह के घटना सामने आते रहते हैं, लिहाज़ा पुलिस राष्ट्रीय राजमार्गों पर गस्त बढ़ा दी है।