असम की मोरीगांव जिला जेल से शुक्रवार तड़के पांच कैदी फरार हो गए। ये पांचों विचाराधीन कैदी बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) केस के आरोपी हैं। उन्हें मोरीगांव और सोनितपुर जिलों से गिरफ्तार किया गया थाभागने वालों की पहचान सैफुद्दीन, जियारुल इस्लाम, नूर इस्लाम, मफीदुल और अब्दुल राशिद के रूप में हुई है. सभी आरोपी पोक्सो से संबंधित अपराधों के लिए सजा काट रहे थे।
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जेल से भागने की घटना देर रात हुई, जिससे जेल अधिकारी और स्थानीय अधिकारियों में खलबली मच गई है। असम के इतिहास में इसे सबसे बड़ा जेल ब्रेक कांड बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इन कैदियों ने पहले जेल की सलाखें कांटी और फिर चादर, कंबल तथा ‘लुंगी’ को बांधकर रस्सी बनाई और फिर इसके सहारे 20 फुट ऊंची दीवार फांदकर जेल से भाग गए।
मोरीगांव के जिला आयुक्त देवाशीष शर्मा ने बताया कि कैदियों के जेल से भागने की घटना रात एक और दो बजे के बीच हुई। उन्होंने कहा कि फरार कैदियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान जारी है। शर्मा ने कहा कि इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि जेल सुरक्षाकर्मियों की ओर से कोई चूक तो नहीं हुई थी। उन्होंने बताया, ‘इन पांच लोगों में तीन के खिलाफ लहरीघाट थाने में मामले दर्ज हैं, जबकि अन्य दो को मोइराबारी और तेजपुर थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया था।’
जेलर प्रशांत सैकिया को निलंबित कर दिया गया है और गुवाहाटी से दो सहायक जेलरों को अस्थायी रूप से जेल संभालने के लिए नियुक्त किया गया है। उधर महानिरीक्षक (कारागार) पुबली गोहेन भी घटना की अलग से विभागीय जांच करेंगे। एजेंसी