जोवाई से वहियाजेर तक 67 प्रतिशत और वहियाजेर से राताचेरा तक सड़क का 73 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है
बराक घाटी, त्रिपुरा और मिजोरम यात्रियों के लिए एक राहत भरी एवं अच्छी खबर है। राताचेरा – जोवाई के बीच जर्जर सड़क पर कष्ट दायक यात्रा से मुक्ति से मिलने वाली है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने मेघालय हाई कोर्ट को आश्वासन दिया है कि मेघालय के जोवाई और राताचेरा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-6) के मरम्मतीकरण यानी संपूर्ण सुधार और सुदृढ़ीकरण का काम दो महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
मेघालय हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इंद्र प्रसन्ना मुखर्जी और न्यायमूर्ति वनलुरा डिएंगदोह की खंडपीठ ने कहा कि कुल मिलाकर वह एनएचएआई द्वारा की गई प्रगति से संतुष्ट है और प्राधिकरण द्वारा पूर्णता रिपोर्ट दाखिल करने के लिए जनहित याचिका को 18 जून तक के लिए स्थगित कर दिया।
एनएचएआई द्वारा कोर्ट को सौंपी गई स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, सुदृढ़ीकरण और सुधार कार्य 22 मार्च, 2024 को शुरू हुआ। इसने 51 किलोमीटर (जोवाई से वहियाजेर) के काम के लिए पूर्वांचल बिल्डटेक को सौंपा, जिसमें से 67 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
एनएचएआई ने बताया कि धर कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपी गई वहियाजेर से राताचेरा तक की 51.255 किलोमीटर की सड़क का 73 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। कोर्ट को फोटोग्राफ के साथ चल रहे काम का विस्तृत विवरण देते हुए एनएचएआई ने यह भी संकेत दिया कि भारी यातायात के कारण ट्रैफिक बाधित हो रहा है, लेकिन यातायात को नियंत्रित करने में जिला प्रशासन के सहयोग की सराहना की।
एमिकस क्यूरी सूरज पंथी ने कोर्ट को बताया कि उमकियांग वन क्षेत्र और डोना रोड के आसपास बड़े-बड़े गड्ढे और छोटे पुलों की खुली छड़ों को ठीक नहीं किया गया है। इस पर एनएचएआई की ओर से पेश हुए वकील एस सेनगुप्ता ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि दो महीने में समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा और काम पूरा हो जाएगा। मालूम हो कि एनएच 6 अपितु केवल असम की बराक घाटी ही नहीं बल्कि त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के एक भाग की लाइफ लाइन है।
योगेश दुबे