मुख्यमंत्री से मांगे गए कई सवालों के जवाब, उचित जांच और डीसी – एसपी को हटाने की मांग
दिमा हसाओ जिले के उमरंगसो कोयला खदान में हुए घटना पर कांग्रेस पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा पर जोरदार हल्ला बोला है। सिलचर में भी पार्टी ने आज धरना दिया। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर दीमा हसाओ जिले में अवैध कोयला खनन अभियान में मिलीभगत का आरोप लगाया है। कोयला खदान गैर – क़ानूनी तरीके से चल रहा था, फिर सरकार और प्रशासन इस मसले में चुप क्यों रही यह सवाल उठाया गया।
कांग्रेस ने कोयला सिंडिकेट के मास्टरमाइंड की पहचान के लिए सीबीआई जांच की मांग की। प्रदर्शन के दौरान सिलचर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अभिजीत पाल ने कहा कि कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने घटनास्थल का दौरा किया और पूरे मामले की जांच की तो उन्हें पता चला कि इस खदान का स्वामित्व कोनिका होजाई के पास है, जो दीमा हसाओ स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य देबोलाल गोरलोसा की पत्नी हैं।
दीमा हसाओ स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य देबोलाल गोरलोसा का खदान से संबंध सीधे तौर से है। उन्होंने मांग की है कि स्थानीय डीसी और एसपी को उनके पदों से हटाया जाए, साथ ही यह भी पता लगाया जाए कि इस सिंडिकेट में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। उमरंगसो खदान त्रासदी सिलसिले में अभी तक जिन दो लोगों धरा गया है, केवल खानापूर्ति लग रही। घटना की सीबीआई जांच और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की भी मांग की।
उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करते हुए इस अवैध खनन के पीछे के रहस्य को उजागर करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन में पूर्व मंत्री अजीत सिंह, बड़खोला के विधायक मिस्बाउल इस्लाम लस्कर, मीडिया सेल प्रभारी संजीव कुमार राय सहित पार्टी की अन्य सभी इकाइयों के नेता मौजूद रहे। गौरतलब है कि गत 6 जनवरी को 9 मज़दूर खदान में अचानक पानी भर जाने से फंस गए थे। अभी तक केवल एक शव बरामद हुआ है। आठ अभी भी फंसे हुए हैं।
योगेश दुबे