बल के 172 नंबर बटालियन के सतर्क जवानों ने पकड़ा
बांग्लादेशी घुसपैठिए लगातार एक ओर जहां मेघालय के रास्ते भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ देश के विभिन्न राज्यों में पहचान छिपाकर छिपे बांग्लादेशी नागरिक अपने वतन लौटते वक्त भी धरे जा रहे है। इस क्रम में बीएसएफ के जवानों ने बच्चों सहित छह बांग्लादेशियों को दबोचा है। वे अवैध रूप से वापस बांग्लादेश में दाखिल होना चाहते थे, लेकिन पकड़ लिए गए।
बीएसएफ के मेघालय फ्रंटियर अंतर्गत ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले से सटे अंतर्राष्ट्रीय भारत – बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशियों की गिरफ़्तारी हुई है। पूछताछ के दौरान बड़ी खुलासा हुई है। आरंभिक पूछताछ में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों ने खुलासा किया कि वे दक्षिण भारत में बैंगलोर में घरेलू नौकर के रूप में काम करते थे और अब अनधिकृत साधनों के माध्यम से बांग्लादेश लौटने का प्रयास कर रहे थे।
उन्होंने यह भी बताए कुछ महीने पहले ही अवैध रूप से भारत में प्रवेश किए थे। मेघालय फ्रंटियर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि बीएसएफ के 172 नंबर बटालियन के जवानों ने अपनी निगरानी के दौरान संदिग्ध गतिविधियों को देखा और तुरंत भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक तलाशी अभियान शुरू कर सभी को दबोचा गया।
पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान बांग्लादेश, बागेरहाट जिले के निवासी मिराज सिकधर की पत्नी शिल्पी (26 ), बेटी कुमारी मारिया ( 11 ), कुमारी रोहिमा ( 6 ) पुत्री मिराज सिकधर (11 ), बेटा फारूक ( 2 ) और मोहम्मद एद्रीश की पत्नी रूमाना (23 ), बेटा राहत (7 ) के रूप में हुई है। आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन पीपीपी उमकियांग को सौंप दिया गया।
योगेश दुबे