विश्व रिकार्ड के लिए तैयार कलाकार
सिलचर के टाउन क्लब खेल मैदान में झुमुर नृत्य का अभ्यास कर रहे कलाकारों में उत्साह और बढ़ गया जब राज्य के दो मंत्री जयंत मल्लबरुआ और कौशिक राय गले में ढोल बजाते हुए नाचने लगे। उल्लेखनीय है कि आगामी 24 फ़रवरी को गुवाहाटी, सरुसजाई स्टेडियम में भव्य ‘झुमोर बिनंदिनी’ कार्यक्रम रखा गया है। असम के सभी चाय बागानों से आने वाले 8000 से अधिक कलाकार झुमुर नृत्य कर विश्व रिकार्ड तोड़ेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पल के साक्षी बनेंगे। फिलहाल मंगलवार को सिलचर में दिन भर अभ्यास शिविर चला। बराक घाटी के विभिन्न चाय बागानों से आए कलाकारों ने दिन भर अभ्यास कराया। सुबह मंत्री जयंत मल्लबरुआ और मंत्री कौशिक राय अभ्यास स्थल पर पहुंचे और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। अभ्यास के समय झुमुर नृत्य को देख मंत्री खुद को रोक नहीं पाए और ढोल की ताल देते हुए नाचने लगे। विधायक दीपायन चक्रवर्ती एवं अन्य अतिथियों ने भी साथ दिया।एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र में बदल गया। प्रशिक्षण शिविर में झुमुर नृत्य की गहरी जड़ें दिखाई दीं, एक कला रूप जो लंबे समय से असम में सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक रहा है।
गुवाहाटी जाने वाले कलाकारों का मनोबल बढ़ाया गया। इस मौके पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंत्री जयंत मल्लबरुआ ने युवा प्रतिभाओं और असम की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की। झुमुर नृत्य केवल कलात्मक अभिव्यक्ति का एक रूप नहीं है, बल्कि हमारी परंपरा और एकता का प्रतिबिंब है। युवाओं का ऐसा समर्पण देखना उत्साहजनक है और उन्हें विश्वास है कि सरूसजाई स्टेडियम में उनका प्रदर्शन एक अमिट छाप छोड़ेगा। हमारी सरकार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कछार के कुल 180 प्रतिभागी, जिनमें 100 नर्तक, 67 वाद्य वादक और 13 मास्टर प्रशिक्षक शामिल हैं, श्रीभूमि के 64 प्रतिभागियों (20 नर्तक, 37 वाद्य वादक और 7 मास्टर प्रशिक्षक) और हैलाकांडी के 102 प्रतिभागियों के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, जिसमें 20 नर्तक, 76 वाद्य वादक और 6 मास्टर प्रशिक्षक शामिल हैं। यह भव्य कार्यक्रम क्षेत्र के समृद्ध सांस्कृतिक सार को उजागर करते हुए लय, परंपरा और एकता का एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला उत्सव होने का वादा करता है। मालूम हो कि प्रशिक्षण के दौरान कछार जिला आयुक्त मृदुल यादव, पुलिस अधीक्षक नुमाल महत्ता, उधारबंद के विधायक मिहिर कांति सोम सहित बराक घाटी के तीनों जिलों के प्रशासनिक अधिकारी सहित बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला भी मौजूद रहे।