Tuesday, February 25, 2025

सांसद रकीबुल हुसैन पर हमला मामला: भूपेन बोरा के नेतृत्व में सिलचर में प्रदर्शन, कांग्रेसियों और पुलिस में झड़प

एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन बोरा हुए भावुक

सांसद रकीबुल हुसैन पर हमले के विरोध में कांग्रेस ने शुक्रवार को सिलचर में भी विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने किया, जो इस समय बराक घाटी के छह दिवसीय दौरे पर हैं।

विरोध प्रदर्शन के दौरान अध्यक्ष भूपेन बोरा ने रकीबुल हुसैन और उनके सुरक्षाकर्मी पर हुए हमले का विरोध किया तथा पुलिस की भावनाओं को भड़काने की भी कोशिश की। दोपहर करीब 2:30 बजे सिलचर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अभिजीत पाल, भूपेन बोरा के नेतृत्व में पार्टी के अन्य सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर मार्च किया। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के गेट के सामने बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहले से ही तैयार थे। जब प्रदर्शनकारी गेट पर पहुंचे और कार्यालय में प्रवेश करने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। नतीजतन गेट के सामने ही प्रदर्शन शुरू हो गया। इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई है।

विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए भूपेन बोरा ने कहा कि रकीबुल हुसैन पर गुरुवार को हुए हमले के दौरान उसकी सुरक्षा में तैनात खाकी वर्दीधारी पुलिस कर्मियों को भी नहीं बख्शा गया। उसे लात मारी गयी। यह कोई साधारण कानून-व्यवस्था का मामला नहीं है। रकीबुल की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस अधिकारी को लात मारना पूरे पुलिस बल को लात मारने के समान है। असम का अपमान समझते है। क्योंकि सुरक्षा गार्ड को रकीबुल की सुरक्षा के लिए पुलिस बल के प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया था।

उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस पर भरोसा करके लोग घर पर 20 रुपए का साधारण ताला लटका कर घूमने निकल जाते हैं। इस पुलिस अधिकारी पर इस तरह का हमला अस्वीकार्य है। अगर इस घटना को सामान्य कानून-व्यवस्था का मामला माना जाए तो असम में जंगल राज स्थापित हो जाएगा। रकीबुल पर हमले के बारे में बोरा ने कहा, ‘दरअसल, राज्य की जनता धीरे-धीरे कांग्रेस की ओर झुक रही है।’

राज्य की जनता सत्तारूढ़ भाजपा से विश्वास खो चुकी है तथा उसकी विभिन्न गतिविधियों से उसका मोहभंग हो चुका है। भाजपा इससे डरी हुई है। इसीलिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर इस तरह से हमले हो रहे हैं, ताकि कांग्रेसी डर जाएं. लेकिन इस तरह से कांग्रेसियों को डराना और दबाना संभव नहीं होगा। आज के विरोध प्रदर्शन में अनवर हुसैन लस्कर, शरीफुज्जमान लस्कर, सूर्यकांत सरकार, सीमांतो भट्टाचार्य, अंसार हुसैन लस्कर, संजीव रॉय, वन्दिता रॉय त्रिवेदी, फरीदा परवीन भी शामिल थे।

योगेश दुबे

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