स्व. देवकी नंदन जालान
वरिष्ठ समाजसेवी एवं व्यवसायी तथा पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन, सिलचर शाखा के पूर्व अध्यक्ष देवकी नंदन जालान के निधन से शहर में शोक की लहर है। वे अपने पीछे पत्नी सुमित्रा देवी, दो पुत्र विष्णु कुमार जालान और राजेश कुमार जालान, एक पुत्रवधू, दामाद प्रकाश कनोड़िया, एक नाती और तीन नातिन समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गये है।
पिछले चार महीने से शारीरिक अस्वस्थता के कारण बीमार थे। गत 18 फरवरी को तबीयत खराब होने के कारण परिवार वाले स्थानीय एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। गत कल बुधवार की शाम 4.28 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार 28 फरवरी को सुबह 10 बजे सिलचर श्मशान घाट में किया जायेगा। वह बहुत ही सज्जन, मिलनसार और धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। सामाजिक गतिविधियों में उनकी अतुलनीय उपस्थिति रहती थी।
उल्लेखनीय है कि देवकी नंदन जालान फकीरटिला शिव मन्दिर के अभिभावक तथा सलाहकार थे और उनका इस शिव मंदिर में भारी योगदान रहा। राजस्थान स्थित पैतृक गांव के रतनगढ़ नागरिक परिषद के आजीवन सदस्य थे, अग्रवाल सेवा समिति, श्री नारायणी शक्ति धाम मेहेरपुर, सिलचर कल्याणी अस्पताल, कैंसर अस्पताल, अन्नपूर्णा घाट मंदिर समेत बराक घाटी के विभिन्न संगठन और मठ-मंदिरों से जुड़े हुए थे।
पूर्वोत्तर मारवाड़ी सम्मेलन के सलाहकार थे। राम मंदिर चित्तरंजन एवेन्यू कोलकाता के साथ भी जुड़े हुए थे। एक अच्छे लेखक भी थे, किताबों को पढ़ना और लिखना भी पसंद करते थे।इसके अलावा सोशल मीडिया मंचो पर भी सक्रीय रहते थे। वाट्सअप पर सभी के पोस्ट को देखकर प्रतिक्रिया भी देते थे। फिलहाल उनके निधन पर विभिन्न लोगों ने संवेदना व्यक्त की।