शिलांग। मेघालय सरकार ने दसवीं के परीक्षार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखकर बड़ा निर्णय लिया है। मेघालय के शिक्षा मंत्री रक्कम ए संगमा ने शनिवार को कहा कि राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड अगले साल से कक्षा 10वीं की दो परीक्षाएं आयोजित करेगा। संगमा ने को बताया कि मेघालय बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (एमबीओएसई) 2025 में दो सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा (एसएसएलसी) परीक्षाएं आयोजित करेगा। पहली परीक्षा फरवरी या मार्च की शुरुआत में होगी, और दूसरी परीक्षा में सभी या कुछ विषयों में फेल होने वाले छात्रों को एक से दो महीने के भीतर फिर से परीक्षा देने की अनुमति होगी, जो मई में होगी। उन्होंने कहा कि सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा 2011 के लिए मेघालय बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन रेगुलेशन में संशोधन के इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट ने गत कल शुक्रवार को मंजूरी दे दी। दो एसएसएलसी परीक्षाएं आयोजित करने का यह कदम उन छात्रों को दूसरा मौका देने के लिए है जो बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर पाए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के चल रहे कार्यान्वयन के अनुरूप है और इसे प्रयासों के बीच खोए समय को कम करके छात्रों का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है। कैबिनेट ने 2026-2027 शैक्षणिक वर्षों से वैकल्पिक पेपर या ‘बेस्ट ऑफ फाइव पेपर’ को हटाने के निर्णय को भी मंजूरी दी थी, इसका मतलब है कि 2026-2027 के सभी छात्रों को बोर्ड परीक्षा में सभी छह विषयों में उत्तीर्ण होना होगा। कैबिनेट ने मेघालय पब्लिक स्कूल सेवा नियम, मेघालय अधीनस्थ जल संसाधन इंजीनियरिंग सेवा नियम, 2024 और किसान सशक्तिकरण आयोग (संशोधन) विधेयक, 2024 के लिए सेवा नियमों को भी मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा 2011 के लिए मेघालय बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन रेगुलेशन में संशोधन के इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी। दो एसएसएलसी परीक्षाएं आयोजित करने का यह कदम उन छात्रों को दूसरा मौका देने के लिए है जो बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर पाए। एजेंसी