सिलचर। जुलाई महीने में कछार पुलिस और ह्मार विद्रोही गुट के बीच हुई मुठभेड़ समय मारे गए तीन युवकों, लालुंगवाई ह्मार ( 21 ), लालबिकुंग ह्मार (33 ) और जोशुआ (35), के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। लखीपुर के ह्मारखावलीन इलाके में शनिवार को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के आदेश पर मृतक युवकों के शवों को पुलिस प्रशासन ने उनके परिवार वालों को सौंप दिया।
शनिवार को तीनों मृत युवकों के शवों सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से फुलेरतल ह्मारखावलीन लाए गए, बाद में सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में तीनों युवकों के शवों को मिशन कब्रिस्तान ले जाया गया और उनके धर्म अनुसार अंत्येष्टि ( दफना दिया गया ) की गई। ज्ञात रहे कि पुलिस के अनुसार गत 16 जुलाई को भुवन पहाड़ इलाके में पुलिस मुठभेड़ में तीन युवक मारे गये थे। पुलिस मारे गए युवकों के लिंक संदिग्ध ह्मार विद्रोही गुट से होना बताया है। मुठभेड़ से पूर्व मृतक युवकों को हथियारों के जखीरे, गोला – बारूद और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया था। गुट के अन्य कैडरों की धर पकड़ हेतु लोकेशन ट्रेक के लिए इन युवकों को साथ ले गई थी। इसी दौरान सामने से गोलीबारी की गई, जिसमें गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी।
पुलिस के इन दावे पर मृतकों के परिजनों ने मानने से इनकार किया है। परिजनों तथा ह्मार समुदाय के विभिन्न संगठनों ने यह जोर देते हुए कहा है कि मारे गए युवकों के किसी विद्रोही गुट से लिंक नहीं है। पुलिस पर विभिन्न आरोप लगाते हुए न्याय के लिए गौहाटी उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। मामला फिलहाल कोर्ट में लंबित है, हालांकि, कोर्ट के आदेश के अनुसार परिजनों ने शवों को लिया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की।
चंद्रशेखर ग्वाला