कांग्रेस विधायकों के एनपीपी में विलय से 60 सदस्यीय मेघालय विस में एनपीपी की ताकत बढ़कर हो गई 31
पूर्वोत्तर के पहाड़ी राज्य मेघालय में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के तीन विधायक सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी ) में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही 60 सदस्यीय राज्य विधानसभा में एनपीपी के सदस्यों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है। कांग्रेस के तीन विधायकों के शामिल होने से एनपीपी राज्य विस में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया है।
उमस्निंग विधायक और मेघालय प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सेलेस्टाइन लिंगदोह, नोंगस्टोइन विधायक गेब्रियल वाहलांग और मावहाटी विधायक चार्ल्स मार्नगर आज यहां एनपीपी कार्यालय में आयोजित एक विशेष समारोह में आधिकारिक रूप से एनपीपी में शामिल हो गए। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में एनपीपी ने 26 सीटें जीती थीं। डॉ. लिंगदोह, वाहलांग और मार्नगर ने 14 अगस्त को विधानसभा अध्यक्ष थॉमस संगमा को विलय का आवेदन देने के बाद खुद को एनपीपी में विलय कर लिया। विलय के अपने दावे को मजबूत करने के लिए तीनों विधायक आज विस के स्पीकर के समक्ष पेश भी हुए। स्पीकर ने आज अपने फैसले में कहा कि तीनों विधायक एनपीपी में विलय के लिए राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की संख्या का दो-तिहाई हिस्सा हैं। न
ए एनपीपी कार्यालय में आयोजित स्वागत समारोह के दौरान, तीनों विधायकों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उनमें से दो (वहलांग और मार्नगर ) को कांग्रेस द्वारा निलंबन पत्र जारी किया गया था, जबकि वे 14 अगस्त को ही स्पीकर को अपना विलय पत्र सौंप चुके थे। निलंबन की घोषणा 16 अगस्त को की गई थी।
सदन में एनपीपी के स्पष्ट बहुमत होने के कारण, यह स्पष्ट नहीं है कि पार्टी एमडीए-2 सरकार में अन्य गठबंधन सहयोगियों जैसे यूडीपी (12), एचएसपीडीपी (2), भाजपा (2) और निर्दलीय (2) को छोड़ेगी या नहीं। इसके अलावा, तीन विधायकों को शामिल करने के बाद, एमडीए-2 सरकार की संख्या अब 47 हो गई है। मालूम मालूम हो कि इससे पहले यूडीपी, भाजपा गठबंधन में सरकार चला रही एनपीपी को अब सदन में बिना किसी गठबंधन के बहुमत हासिल हो गया है।
एनपीपी के प्रमुख तथा राज्य के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने इन विधायकों का पार्टी में स्वागत किया। सोमवार को इन विधायकों ने एनपीपी की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री कोनराड ने कहा कि कांग्रेस के 3 विधायकों का एनपीपी में स्वागत करते हुए बहुत खुशी और प्रसन्नता हो रही है। कांग्रेस विधायकों का उनकी पार्टी में शामिल होना सरकार में विश्वास का सच्चा प्रदर्शन है।
कांग्रेस विधायकों के एनपीपी में विलय से 60 सदस्यीय मेघालय विस में उनकी ताकत बढ़कर 31 हो गई है। अब वह पूर्ण बहुमत में हैं। उनके सभी समर्थकों और शुभचिंतकों को शुभकामनाएं। विदित हो कि मेघालय राज्य गठन के बाद से कांग्रेस यहां अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा। विस पांच सदस्य थे, जिसमे सालेंग ए संगमा को लोकसभा चुनाव में खड़ा किया और जिताया। शेष चार में अब तीन एनपीपी का दामन थाम लिया।
योगेश दुबे Yogesh Dubey