- बराक घाटी में 213 चाय बागानों में मुलुक चलो आंदोलन के 104 वां वर्षपूर्ती का किया गया पालन
बराक चाय श्रमिक यूनियन के प्रयास से बराक घाटी में 213 चाय बागानों में मुलुक चलो आंदोलन के 104 वां वर्षपूर्ति का पालन किया गया।
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मुलुक चलो आंदोलन के शहीदों को याद किया गया। श्रद्धांजलि दी गई। 1921 में घटित मुलुक चलो आंदोलन पर बराक चाय श्रमिक यूनियन में भी एक वक्तृता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अजीत सिंह, महासचिव राजदीप ग्वाला की उपस्थिति में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
यूनियन के अन्य पदाधिकारी भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए शहीदों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते याद किया। आमंत्रित तीन प्रमुख वक्ता विवेकानंद महंत, डॉ• सुजीत तिवारी, डॉ• मेघमाला दे महंत ने मुलुक चलो आंदोलन पर संकलित इतिहास एवं उससे जुड़े विषयों को रखा। युवा पीढ़ी इस इतिहास को जान सके उसके लिए प्रभावी कदम उठाने पर जोर दिया। इस अवसर पर यूनियन के सलाहकार डॉ. संतोष रंजन चक्रवर्ती ने उद्देश्य व्याख्या रखा।
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी स्व. बद्रीनाथ सोनार की “बराक घाटी के श्रमिक संगठन का इतिहास” पुस्तक का हिंदी संस्करण का लोकार्पण किया गया। इस पुस्तक का बांग्ला से हिंदी अनुवाद सुरेश चंद्र द्विवेदी ने किया है। धन्यवाद ज्ञापन यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला ने किया। अपने वक्तव्य में राजदीप ग्वाला ने कहा कि मुलुक चलो आंदोलन के नेतृत्वकर्ताओं, स्वतंत्रता सेनानियों, बलिदानियों को नमन करते हैं। इस आंदोलन पर अध्ययन कर रहे इतिहासकारों के परिश्रम को भी नमन करते हैं।
बराक चाय श्रमिक यूनियन अपने पूर्वजों, विशेषकर चाय श्रमिकों, द्वारा दिए बलिदानों को स्मरण करता है। बराक घाटी के सभी चाय बागानों में मुलुक चलो आंदोलन मनाया जा रहा है। इस आंदोलन की इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल हो इसके लिए विधायक कमलाक्ष दे पुरकायस्थ ने असम विधानसभा में उठाने के लिए भरोसा दिया, उसके लिए आभार व्यक्त किया। इस आयोजन में विधायक कमलाक्ष दे पुरकायस्थ ने चाय श्रमिक समाज के इस मर्मस्पर्शी ऐतिहासिक विषय को विधानसभा में उठाने की बात कही।
इस आयोजन में यूनियन के उपाध्यक्ष राधेश्याम कोईरी व सिउपूजन रविदास,सह साधारण संपादक सनातन मिश्र,रवि नूनिया, खीरोद कर्मकार, बिपुल कुर्मी व बाबुल नारायण कानू, संपादक सुरेश बड़ाईक, सह संपादक दुर्गेश कुर्मी,कार्यालय संपादक गिरिजा मोहन ग्वाला के अलावा अनूप कुमार वर्मा, विश्वजीत कोईरी, चौधरी चरण गोंड, देवाशीष कानू, परशुराम कानू, सुदीप ग्वाला, विशुद्धानंद महतो आदि उपस्थित थे।
सभा का संचालन बाबुल नारायण कानू ने किया। वर्ष 2008 में दीवान ग्रुप ऑफ टी गार्डेन में 1 मई आयोजित श्रमिक दिवस पालन के आयोजन में बराक चाय युव कल्याण समिति के साधारण संपादक बाबुल नारायण कानू ने चारगोला एक्सोडस को चाय श्रमिक यूनियन द्वारा मनाने के बारे में सभा में विषय को उठाया था। मालूम हो कि यूनियन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न चाय बागानों से प्रतिनिधि भी सम्मिलित हुए।
योगेश दुबे